The Shaurya Unbound: इस किताब में कांस्टेबल कमलेश कुमारी, अशोक चक्र (मरणोपरांत), और 4 शौर्य चक्र विजेताओं हेड कांस्टेबल यम बहादुर थापा, कांस्टेबल डी संतोष कुमार, कांस्टेबल सुखबिंदर सिंह, कांस्टेबल श्यावीर सिंह की भी शौर्य गाथाएं हैं। ये वो जवान हैं जिन्होंने 2001 में हुए संसद हमले को विफल कर दिया था।
नई दिल्ली: 2001 में हुए संसद हमले की बरसी के मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शहीद हुए लोगों को रविवार को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन स्थित अपने ऑफिस में एक किताब का विमोचन किया। किताब का नाम ‘दी शौर्य अनबाउंड’ (The Shaurya Unbound) है और ये हिंदी और इंग्लिश भाषा में उपलब्ध होगी।
इस किताब में उन 13 वीरों की शौर्य गाथाएं हैं, जो वीर चक्र से सम्मानित हैं और उन्होंने अपने देश के लिए अतुल्य साहस का परिचय दिया।
इस किताब में कांस्टेबल कमलेश कुमारी, अशोक चक्र (मरणोपरांत), और 4 शौर्य चक्र विजेताओं हेड कांस्टेबल यम बहादुर थापा, कांस्टेबल डी संतोष कुमार, कांस्टेबल सुखबिंदर सिंह, कांस्टेबल श्यावीर सिंह की भी शौर्य गाथाएं हैं। ये वो जवान हैं जिन्होंने 2001 में हुए संसद हमले को विफल कर दिया था।
इस किताब को DIG सीआरपीएफ, नीतू और बी एम दिनाकरन ने अपनी टीम के साथ मिलकर लिखा है। किताब के विमोचन के मौके पर CRPF के डीजी डॉ एसपी माहेश्वरी ने कहा कि ये सच्ची कहानियां हमारी विरासत हैं और हर नागरिक को इन कहानियों के बारे में जानने और उन पर गर्व करने का अधिकार है।
वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि उन्हें यकीन है कि ये किताब सभी दिलों को गर्व से भर देगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।