विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की शुरुआत हो चुकी है। इस मेले में नक्सली किसी बड़ी साजिश को अंजाम दे सकते हैं इस बात का अलर्ट पहले ही जारी किया जा चुका है। इस बीच अब यह खबर आई है कि नक्सली इस मेले में कांवड़ियों के वेश में पुलिस बल पर हमला कर सकते हैं। जी हां, इस बात को लेकर बिहार पुलिस ने अलर्ट जारी किया है। अलर्ट जारी होते ही झारखंड पुलिस भी अब पूरी तरह सतर्क हो गई है। यहां आपको बता दें कि नक्सल प्रभावित जमुई जिले के बटिया और मुंगेर जिले के गंगटा जंगल के रास्ते काफी संख्या में बाहरी कांवड़ियों का सुल्तानगंज में आगमन होता है।
अलर्ट के बाद अब यहां से बाबा मंदिर देवघर तक के रुट पर दोनों राज्यों की पुलिस पैनी नजर बनाए रखेगी। इस अलर्ट पर अब दोनों राज्यों की पुलिस अलग-अलग तरह से काम कर रही है। नक्सलियों की साजिश नाकाम करने के लिए नक्सल प्रभावित इलाके और कांवड़िया पथ पर जीप से गश्ती कराने में परहेज करने को कहा गया है। ‘लाल आंतक’ की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए बाइक से पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्देश भी प्रशासन की तरफ से जारी किया गया है। गश्ती के दौरान पुलिस को अलर्ट रहने और बम निरोधी दस्ते को तैनात कराने को कहा गया है, ताकि सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
नक्सल इलाके में केन्द्रीय बलों की तैनाती कर सुरक्षा मजबूत करने का निर्देश दिया गया है। मेले के दौरान किसी भी लावारिस वस्तु के नजर आने पर तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। इसके लिए लाउडस्पीकर से प्रचार और कांवरियों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। मेला क्षेत्र या कांवरिया पथ पर संदिग्ध व्यक्ति के नजर आने पर भी उसकी तुरंत जांच पड़ताल कर सख्त कार्रवाई का निर्देश जारी कर दिया गया है।
बता दें कि सुल्तानगंज-तारापुर के बीच 29 जून को कांवड़िया पथ के पास आईईडी बम मिलने के बाद से ही पुलिस यहां काफी चौकन्नी हो गई है। आतंकवाद निरोधी दस्ते की टीम को जांच के लिए मुंगेर और भागलपुर में तैनात किया गया है। यह टीम पूरे मेले के दौरान यहां तैनात रहेगी।
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