पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने 11 जून को पठानकोट से जम्मू-कश्मीर में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया। पुलिस मे आतंकियों के पास से एक एके-47 राइफल, 10 हथगोले, 60 कारतूस और दो मैगजीन बरामद किया है। पंजाब पुलिस (Punjab Police) के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादियों (Terrorists) को गिरफ्तार कर कश्मीर में आतंकवादी हमले के लिए हथियार एवं गोला-बारूद की तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया गया है।
पुलिस ने कहा कि दोनों आतंकवादियों के पास से दस हथगोले, एक एके-47 राइफल, दो मैगजीन और 60 कारतूस बरामद किए गए। इनकी पहचान घाटी के शोपियां जिला के रहने वाले आमिर हुसैन वानी और वसीम हसन वानी के तौर पर हुई है। दोनों पंजाब से स्वचालित हथियारों और हथगोलों की कश्मीर घाटी में हथियारों की तस्करी में सक्रिय थे।
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पंजाब पुलिस (Punjab Police) के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘दोनों पंजाब से कश्मीर घाटी स्वचालित हथियार और हथगोले ले जाने में सक्रिय रूप से शामिल हैं। पठानकोट पुलिस ने अमृतसर-जम्मू राजमार्ग के नाका पर एक ट्रक को रोका जिसके बाद उन्हें पकड़ा गया।’’
गुप्ता ने कहा कि ट्रक की जांच में हथियार और कारतूस पकड़े गए और आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि इशफाक अहमद डार उर्फ बशीर अहमद खान ने उन्हें पंजाब से हथियार लाने का निर्देश दिया था। डार पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) में सिपाही था। डीजीपी ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दोनों आतंकवादियों के खुलासे के मुताबिक, डार को घाटी में आतंकवादी हमले (Terrorist Attack) करने के लिए इन हथियारों की आपूर्ति की जानी थी।
उन्होंने कहा कि डार 2017 में फरार हो गया था और वर्तमान में वह कश्मीर घाटी में एलईटी (Lashkar-e-Taiba) का सक्रिय आतंकवादी है। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि उन्होंने 11 जून की सुबह अज्ञात लोगों से अमृतसर के सब्जी बाजार के नजदीक मकबूलपुरा-वल्लाह रोड पर हथियार लिए। डीजीपी के मुताबिक, उन्होंने इन हथियारों को सब्जियों और फलों के लिए लाए गए ट्रक में छिपा दिया था।