वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) को उनके अदम्य शौर्य और साहस के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को वीर चक्र से सम्मानित किया। अभिनंदन ने 2019 में पाकिस्तान के साथ हवाई संघर्ष के दौरान दुश्मन के एफ–16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था और उन्हें उस देश में तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा गया था।
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राष्ट्रपति भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी‚ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। इस अवसर पर कई अन्य सैन्य अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
पुरस्कार के साथ दिए गए प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि वायुसेना के लड़ाकू पायलट अभिनंदन (Abhinandan Varthaman) को हवाई संघर्ष के दौरान ‘कर्तव्य की असाधारण भावना’ प्रदर्शित करने के लिए भारत के तीसरे सबसे बड़े युद्धकालीन वीरता पदक से सम्मानित किया गया है।
राष्ट्रपति भवन के ट्वीट ने इस बाबत जानकारी साक्षा की, जिसके अनुसार, राष्ट्रपति कोविंद ने विंग कमांड़र (अब ग्रुप कैप्टन) वर्धमान अभिनंदन को वीर चक्र प्रदान किया। उन्होंने अदम्य शौर्य और साहस दिखाया‚ व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह न करते हुए शत्रु के सामने वीरता प्रदर्शित की और कर्तव्य की असाधारण भावना का प्रदर्शन किया।
वहीं इसी कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सैनिक स्कूल सतारा के पूर्व छात्र मेजर महेश कुमार भूरे को सोमवार को शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। मेजर भूरे ने उस अभियान का नेतृत्व किया था‚ जिसमें छह आतंकवादी कमांडर मारे गए थे। मेजर भूरे तीन साल पहले के इस अभियान के दौरान भारतीय सेना के कैप्टन थे। उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह में पदक प्रदान किया गया।
शौर्य चक्र प्रदान करते हुए उनके बारे में कहा गया‚ “कैप्टन महेश कुमार भूरे ने 25 नवंबर‚ 2018 को जम्मू–कश्मीर में एक दल का नेतृत्व किया।