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बेनकाब हुआ पाकिस्तान, पत्र में खुलासा- खुफिया एजेंसी का अधिकारी है हिजबुल आतंकी सैयद सलाहुद्दीन

सैयद सलाहुद्दीन (फाइल फोटो)

भारत ने सैयद सलाहुद्दीन (Syed Salahuddin) के दो बेटों को 6 मई 2020 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सलाहुद्दीन के 2 गुर्गे भी मारे गए थे। भारत की इस कार्रवाई से सलाहुद्दीन बौखलाया हुआ है और भारत पर हमला करने की लगातार फिराक में रहता है।

पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे ने पाकिस्तान के चेहरे को दुनियाभर में बेनकाब कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ डॉक्यूमेंट्स से इस बात की जानकारी मिली है कि FATF की चेतावनी के बाद भी पाकिस्तान लगातार आतंकी समूहों को सपोर्ट करता है और उन्हें आर्थिक मदद उपलब्ध करवा रहा है।

भारत की सिक्योरिटी एजेंसी को एक डॉक्यूमेंट से जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत में आतंक फैलाने के लिए आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का प्रयोग कर रही है। इसका मुखिया यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन (Syed Salahuddin) है।

ये वही सलाहुद्दीन है, जिसे जिहाद के नाम पर आतंक फैलाने के लिए जाना जाता है। वह यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (UJC) का भी हेड है।

इस संगठन में जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी नेटवर्क भी शामिल हैं और ये पाकिस्तान से मिले आदेशों का पालन करता है।

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बता दें कि भारत ने सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटों को 6 मई 2020 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सलाहुद्दीन के 2 गुर्गे भी मारे गए थे। भारत की इस कार्रवाई से सलाहुद्दीन बौखलाया हुआ है और भारत पर हमला करने की लगातार फिराक में रहता है।

सलाहुद्दीन ने एक संगठन बनाया हुआ है, इसका नाम JKART (Jammu and Kashmir Affectees Relief Trust) है। इस संगठन के जरिए सलाहुद्दीन आतंकियों से जम्मू कश्मीर में हमले करवाता है और उन्हें आर्थिक मदद मुहैया कराता है। इसका मुख्यालय रावलपिंडी में है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सिक्योरिटी एजेंसी को एक बड़ी जानकारी मिली है। एजेंसी को एक पत्र के जरिए ये जानकारी मिली है कि आतंकी सैयद सलाहुद्दीन खुफिया महानिदेशालय (Directorate of Intelligence) का अधिकारी है और वह ISI के लिए काम कर रहा है। इस पत्र में उसकी सिक्योरिटी जांच क्लीयर है और ये 31 दिसंबर 2020 तक वैध किया गया है।

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