नक्सली विकास के सबसे बड़े दुश्मन हैं। अमन-चैन और खुशहाली से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। इसी बात को नक्सलियों ने फिर साबित किया है। झारखंड के पतरातू-मैक्लुस्कीगंज मार्ग पर चल रहे सड़क निर्माण कार्य में बाधा डालने के मकसद से कोले व बूचाडीह गांव के बीच 30 जून की रात माओवादियों ने कंस्ट्रक्शन साइट पर खड़े मिक्सर मशीन में आग लगा दी। इस दौरान नक्सलियों ने एक मजदूर के साथ मारपीट भी की। यहां से निकलने के बाद माओवादियों ने बचरा बस्ती के पास 26 नंबर कलवर्ट पर पहुंचकर झोपड़ी में सो रहे मजदूरों को जगाकर जान से मार देने की धमकी देकर उन्हें वहां से भगा दिया। कंस्ट्रशन कंपनी के कर्मचारियों के अनुसार, केरेडारी थाना क्षेत्र के 20 नंबर कलवर्ट पर वर्दी में दो हथियारबंद आए। उन्होंने खाना बना रहे मजदूरों से कहा कि किसके आदेश पर काम कर रहे हो।
इसके बाद दोनों ने ताली बजाई तो आसपास झाडियों में छिपे 15-20 नक्सली और आ गए। उन्होंने एक डिब्बे में रखा मिट्टी का तेल छिड़ककर मिक्सर मशीन में आग लगा दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि काम बंद कर दो नहीं तो झोपडियां जला दी जाएंगी। उन्होंने मजदूरों को धमकी देते हुए कहा कि सुबह 10 बजे के बाद यहां कोई भी नजर आया तो गोली मार दी जाएगी। उस वक्त वहां करीब 14 मजदूर काम कर रहे थे। घटना की सूचना मिलने के बाद हजारीबाग एएसपी, खलारी डीएसपी, पिपरवार, केरेडारी और बुढ़मु थाना प्रभारी सदल-बल घटनास्थल पर पहुंचे।
वहां उन्होंने मजदूरों से बातचीत कर काम चालू रखने को कहा, लेकिन डर के मारे मजदूर रुकने के लिए तैयार नहीं हुए। कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनय पांडेय के अनुसार, इस घटना के बाद दोनों कलवर्ट पर काम कर रहे मजदूर भाग गए हैं। हालांकि, हजारीबाग एएसपी और खलारी डीएसपी ने कर्मचारियों को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है। मजदूरों के भाग जाने के कारण दो कलवर्ट का निर्माण रुक गया है। गौरतलब है कि पतरातू से मैक्लुस्कीगंज तक 45 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें आधा से ज्यादा काम हो चुका है।
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