डॉ हर्षवर्धन ने सीआरपीएफ (CRPF), ओआरबीओ और एम्स दिल्ली के प्रयासों की सराहना की, जिसकी वजह से कम समय में ऑर्गन डोनेशन के मामले बढ़े। उन्होंने इस प्रयास को देश के लिए प्रेरणादायक और अभूतपूर्व बताया।
नई दिल्ली: देश के जवान अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए हमेशा अपना बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं। वह जीवन के साथ और जीवन के बाद भी अपना सब कुछ देश के लिए कुर्बान कर देते हैं।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों ने एक ऐसा ही काम किया है, जिसे जानकर आपको उन पर गर्व होगा। सीआरपीएफ के 80 हजार से ज्यादा जवानों ने अपने ऑर्गन्स (अंगों) को दान करने की शपथ ली है।
दरअसल इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक कैंपेन ‘ई संजीवनी’ शुरू किया गया था। इसका समापन नेशनल ऑर्गन्स डोनेशन डे के मौके पर 27 नवंबर को हुआ।
इस कैंपन में थोड़े ही समय में, 80 हजार से ज्यादा कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों ने शपथ ली। की शपथ ली है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने वेबिनार की सराहना की। वेबिनार ने ही इस अहम मौके को और भी खूबसूरत बना दिया।
डॉ हर्षवर्धन ने सीआरपीएफ, ओआरबीओ और एम्स दिल्ली के प्रयासों की सराहना की, जिसकी वजह से कम समय में ऑर्गन डोनेशन के मामले बढ़े। उन्होंने इस प्रयास को देश के लिए प्रेरणादायक और अभूतपूर्व बताया।
डॉ हर्षवर्धन ने इस बात की भी सराहना की, कि CRPF ना केवल आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभा रही है, बल्कि नागरिकों को ऑर्गन डोनेशन जैसे महान काम को करने के लिए भी प्रेरित कर रही है।
बता दें कि सुरक्षाबल के जवान 22 नवंबर को अंगदान को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए 5 हजार किलोमीटर की साइक्लोथॉन में भी शामिल हुए थे।
इस अभियान की सफलता पर सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल डॉ एपी माहेश्वरी ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें CRPF के जवानों के इस महान काम में शामिल होने का गर्व है। सीआरपीएफ के योद्वाओं ने हर तरीके से मानवता की सेवा करने की भावना को बार-बार दर्शाया है।
इस मौके पर एम्स दिल्ली के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने सीआरपीएफ और ओआरबीओ को धन्यवाद दिया।
बता दें कि इस अभियान में कर्मचारी आंखों, त्वचा, फेफड़े, हृदय, यकृत, अग्न्याशय, गुर्दे, हृदय के वाल्व, आंत और रक्त वाहिकाओं के दान की प्रतिज्ञा कर सकते हैं।