वैश्विक महामारी कोविड-19 (Coronavirus) के अंत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली जीवनरक्षक स्वदेशी ‘को-वैक्सीन’ के लोगों को लगाने के लिए सहज और सरल तैयारियों के साथ ही संभवतः पहली बार अत्याधुनिक डिजिटिल तरीकों का प्रयोग किया जाएगा। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार टीकाकरण (Immunization) के लिए सरकार की ओर से ऑटोमेटेड सिस्टम तैयार किया गया है। इस सॉफ्टवेयर का नाम ‘कोविन (Co-WIN App) ‘ रखा गया है। जिन लोगों को टीका लगनी है‚ उसकी सूची मोबाइल नंबर के साथ सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दी जाएगी।
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स्वास्थ्य सेवाओं की महानिदेशक डॉ नूतन मूंडेजा के अनुसार कोविड-19 (Coronavirus) की टीका कब और कहां लगेगी। इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं। रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर बूथ और तारीख का एसएमएस (SMS) आएगा। बूथ पर भीड़ न लगे इसके लिए टीकाकरण (Immunization) का समय भी दिया जाएगा। प्रशासन ने एक–एक घंटे के स्लॉट में लोगों को बुलाने का खाका तैयार किया है।
इस टीकाकरण के लिए सरकार ने ‘कोविन (Co-WIN App)’ नाम का साफ्टवेयर तैयार किया है। जिन लोगों को टीका लगनी है‚ उसकी सूची मोबाइल नंबर के साथ सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दी जाएगी। इसके बाद सॉफ्टवेयर टीकाकरण (Immunization) के रिमाइंडर के लिए मोबाइल पर मैसेज भेजता रहेगा। शहर में इलाकेवार बूथ बनाए जाएंगे। लोगों को उनके घर के पास के बूथ पर टीकाकरण का टाइम स्लॉट दिया जाएगा। सॉफ्टवेयर को टेस्ट के बाद अमल में लाया जाएगा। सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाई जाएगी।
इस टीकाकरण प्रॉजेक्ट से जुड़े यूनिसेफ की अधिकारी ने बताया कि कोविन (Co-WIN App) सॉफ्टवेयर सिर्फ मैसेज ही नहीं भेजेगा‚ बल्कि बैच नंबर के साथ हर टीका का डेटा भी रखेगा। इससे टीका की हेराफेरी नहीं हो सकेगी। वैक्सिनेटर को टीका के साथ उनकी लिस्ट भी दी जाएगी‚ जिनका टीकाकरण होना है। वोटिंग की तरह आईडी चेक होगी। ऐसे में किसी और व्यक्ति की टीका किसी अन्य को नहीं लगाई जा सकेगी।
भारत में जिस तरह से पोलियो टीकाकरण अभियान (Immunization) को सफल बनाया गया था उसी पैटर्न में कोविड वैक्सीनेशन होगा। इसके लिए अवकाश के दिन ही विभिन्न पोलिंग बूथों के जरिए‚ इसमें प्रमुख स्कूलों‚ सामुदायिक केंद्रों‚ अस्पतालों‚ नर्सिंग होम्स‚ निजी प्रैक्टीशनरत डॉक्टरों के अलावा आशा हेल्थ वर्कर्स‚ पैरामेडिकल स्टाफ को विशेष प्रशिक्षण के बाद तैनात किया जाएगा।