पुलिस हर तरह से नक्सलियों की कमर तोड़ने में लगी है। इसकी कड़ी में पुलिस ने झारखंड राज्य के पलामू जिले के कुख्यात नक्सली मृत्युंजय भुइयां उर्फ अवधेश जी की संपत्ति जब्त कर ली है। दरअसल राज्य से नक्सलियों के समूल विनाश के लिए झारखंड सरकार के आदेश के अनुसार झारखंड की पुलिस लगातार प्रयास कर रही है तथा बहुत हद तक पुलिस को सफलता भी मिली है।
झारखंड पुलिस ने सबसे पहले गिरीडीह के नामी-गिरामी नक्सलियों की संपत्ति जब्त की थी। अब झारखंड के अन्य जिलों में नक्सलियों की संपत्ति को जब्त करने की मुहिम तेज कर दी गई है तथा नक्सली एवं उनके परिजनों द्वारा लेवी के पैसे से बनाए गए संपत्ति की पूरी जानकारी हासिल करने की भी मुहिम चलाई जा रही है।
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यह सारी कवायद नक्सलियों को कमजोर करने की है। 10 लाख इनामी जोनल कमांडर मृत्युजंय भुईयां उर्फ अवधेश जी ने अपने परिजनों के नाम पर अचल संपत्ति बना रखी थी। सूचना पर प्रशासन की ओर से उसे जब्त कर लिया गया। लातेहार जिला के बरवाडीह अंचल अंतर्गत छिपादोहर स्थित नावाडीह में यु.ए.पी. एक्ट के तहत अलग-अलग प्लॉट पर 14 एकड़ से ज्यादा जमीन को जब्त किया गया है।
जानकारी के अनुसार, बरवाडीह स्थित नावाडीह गांव में खाता नंबर 70 व 72 में कुल 14.50 एकड़ जमीन पर जब्ती की कार्रवाई की गई है। इस गांव में ये जमीन शोभा भुईयां पिता गुज्जर भुईयां रजमनिया देवी एवं दुशमनिया देवी और अदलवा देवी समेत अवधेश जी के अन्य रिश्तेदारों के नाम पर थी।
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इस बारे में रंका के एसडीपीओ मनोज महतो ने बताया कि मृत्युंजय भुईया उर्फ अवधेशजी पर भंडरिया थाना कांड संख्या 55/18 भदवि के विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि जमीन को जब्त करने के बाद उसकी खरीद-बिक्री के साथ ही दाखिल-खारिज पर भी रोक लगा दी गई है। इसके अलावा बरवाडीह के सीओ को जब्त जमीन का संरक्षक और रिसीवर बनाया गया है।
पुलिस-प्रशासन की टीम ने उसकी संपत्ति का पहले ही जायजा ले लिया था। उसने अपने पूर्वजों के नाम से विभिन्न जगहों पर 14 एकड़ 26 डिसमिल जमीन खरीदी थी। बरवाडीह के अंचलाधिकारी व लातेहार के अवर जिला निबंधक से इसका सत्यापन करवाया गया। सत्यापन में उक्त जमीन की कुल कीमत करीब 11 लाख 53 हजार 908 रुपये बताई गई है।
पुलिस मुख्यालय के आदेश पर पुलिस-प्रशासन की टीम अब तक 34 नक्सलियों की संपत्ति जब्त कर चुकी है। उक्त संपत्ति की कीमत करोड़ों में है। इनमें से अधिकतर मामले प्रवर्तन निदेशालय को स्थानांतरित किए जा चुके हैं।