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झारखंड: नक्सली संगठन के एरिया कमांडर का भाई गिरफ्तार, सालों से अंजाम दे रहा था ये कारनामा

लातेहार से गिरफ्तार नक्सली झमन सिंह

झारखंड के लातेहार से पुलिस ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। जिले के एसपी के निर्देश पर बरवाडीह थाना प्रभारी दिनेश कुमार, एएसआई पारस नाथ प्रसाद और बंधन भगत ने पुलिस की टीम के साथ छापेमारी कर 19 सितंबर को एक कुख्यात नक्सली झमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली के पास से नक्सली बैनर, पोस्टर और नक्सली साहित्य भी जब्त किए। नक्सली के पास से जब्त बैनर में सरकार विरोधी नारे लिखे हुए हैं। गिरफ्तार नक्सली मनिका के मटलौंग का रहने वाला है। डीएसपी अमरनाथ और थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एसपी प्रशांत आंनद को गुप्त सूचना मिली थी कि यह नक्सली बूढ़ा पहाड़ पर माओवादियों की बैठक में शामिल होने मंडल के रास्ते जा रहा है।

एसपी के आदेश पर त्वरित कार्रवाई करतो हुए मंडल मुख्य सड़क पर बरवाडीह वन विभाग के नाका के पास छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान नक्सली झमन सिंह को नक्सली सामग्री के साथ पकड़ लिया गया। पुलिस के अनुसार, यह नक्सली करीब 10 -12 साल से नक्सली संगठन में सक्रिय सदस्य के रूप में काम करता था। सालों से वह नक्सलियों की मदद कर रहा था। जिस समय उसकी गिरफ्तारी हुई, उसके साथ एक महिला भी थी, जिसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। बरवाडीह पुलिस के हत्थे चढ़ा माओवादी नक्सली झमन सिंह का भाई कुंदन जी उर्फ सुधीर सिंह भी एरिया कमांडर है। जो बूढ़ा पहाड़ में एक नक्सली मीटिंग में शामिल था।

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डीएसपी अमरनाथ और थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि भाई के कहने पर हा झमन सामान पहुंचाने जा रहा था। कुंदन के नक्सली बनने के बाद से उसका भाई झमन भी नक्सली संगठन का सदस्य बन गया था। झमन सिंह से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस को पता चला है कि बूढ़ा पहाड़ के इलाके मे नक्सली सक्रिय होने की कोशिशों में जुटे हैं। इससे पहले, चतरा में पुलिस ने कुख्यात नक्सली संगठन टीपीसी के लिए फंडिंग करने के साथ अन्य गैर कानूनी कार्रवाई में शामिल होने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी स्पेशल टास्क फोर्स के द्वारा की गई है। चतरा के पुलिस कप्तान अखिलेश बी वारियर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्रवाई के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 2 लोगों की गिरफ्तारी के अलावा 77 लोगों को इस मामले में नामजद अभियुक्त भी बनाया गया है।

पुलिस कप्तान वारियर ने कहा कि पिपरवार थाना क्षेत्र में सक्रिय नक्सली संगठन टीपीसी के द्वारा संचालन समिति के नाम से कोल परियोजना से जुड़े कोल व्यवसायों से अवैध रुपये की वसूली की जा रही है। प्राप्त सूचना की बुनियाद पर पुलिस बल ने मिलकर 14-15 सितंबर की रात छापेमारी की। इस छापेमारी में विनय भोक्ता और धनराज भोक्ता उर्फ मिठू पिपरवार नाम के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया है कि विनय भोक्ता जमाडीह गांव का रहने वाला है जबकि मिठू पिपरवार बरवाडीह गांव का रहने वाला है। इनके घर की तलाशी लेने के बाद विभिन्न बैंकों के 23 पासबुक, 24 चेक बुक, वाहनों से संबंधित कागजात, पैन कार्ड, आधार कार्ड समेत अन्य कागजात बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक नक्सलियों की मदद करने के आरोप में जिन 77 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें सीसीएल के लोगों के भी नाम शामिल हैं।

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