झारखंड (Jharkhand) के गुमला में हुई नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) के बाद मुठभेड़ स्थल और आस-पास के इलाकों से दो दर्जन से अधिक आईईडी (IED) बरामद हुई है।
झारखंड (Jharkhand) के गुमला में 31 मई को हुई नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) के बाद पुलिस ने इलाके में बड़ी संख्या में आईईडी (IED) बरामद किया है। कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के मड़वा जंगल में हुई मुठभेड़ के बाद एसपी एचपी जर्नादनन ने मुठभेड़ स्थल और आस-पास के इलाकों से दो दर्जन से अधिक आईईडी बरामद करने और उसे निष्क्रिय करने की बात कही है।
1 जून को अपने कार्यालय में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसपी ने कहा कि जब तक यह क्षेत्र को नक्सल मुक्त नहीं होगा तब तक पुलिस का यह अभियान चलता रहेगा। 31 मई को हुई मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को गोली लगी है। मुठभेड़ स्थल पर पुलिस ने सर्च अभियान चलाया जिसमें एक नक्सली का शव पुलिस ने बरामद किया।
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एसपी ने बताया कि दो से ढाई दर्जन आईईडी (IED), कारतूस, हथियार और दैनिएक उपयोग की सामग्री भी बरामद की गई है। आईईडी को निष्क्रिय किया गया। मुठभेड़ के बाद नक्सली कुटवा जंगल की ओर भाग गए। कुटवा में भी पुलिस से माओवादियों का मुठभेड़ हुआ था। यहां भी सर्च अभियान में पुलिस को गोली बरामद हुआ है।
उन्होंने बताया कि पुलिस दबाव के कारण इनके संगठन में लोग नहीं जुड़ रहे हैं। इनका कोई सिद्धांत नहीं है। लेवी वसूलने का काम कर रहे हैं इसलिए अपराधिक छवि के लोग इनका साथ दे रहे हैं। अब इन्हें वर्दी भी नसीब नहीं हो रहा है। एसपी ने इनामी नक्सली बुद्धेश्वर और उसके दस्ते में शामिल लोगों को आत्मसमर्पण करने और सरकार के आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाने की अपील की है।
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बता दें कि जिले के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के मड़वा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (Naxal Encounter) हुई थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली (Naxalite) को मार गिराया था। हालांकि, इस दौरान 15 लाख का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर बच निकला।