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Article 370 हटने के बाद पहली बार घाटी पहुंचे आर्मी चीफ, सुरक्षा का लेंगे जायजा

थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत 30 अगस्त को श्रीनगर दौरे पर पहुंचे। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद सेना प्रमुख पहली बार वहां पहुंचे हैं।

थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत 30 अगस्त को श्रीनगर दौरे पर पहुंचे। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद सेना प्रमुख पहली बार वहां पहुंचे। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत इस दो दिवसीय दौरे के दौरान कश्मीर घाटी में हालात से निपटने के लिए सुरक्षा स्थिति और सुरक्षाबलों की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद हालात किस तरह है, आर्मी चीफ अपने दौरे में इसका जायजा लेंगे।

बता दें कि पाकिस्तान लगातार एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन कर रहा है। भारतीय सेना के जवान भी पाकिस्तानी गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सीमा पर युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। पाकिस्तान लगातार युद्ध की धमकी दे रहा है। इस लिहाज से उनका कश्मीर दौरा बेहद अहम माना जा रहा है।

गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद 29 अगस्त को पहली बार लद्दाख का दौरा किया था। वह लेह में किसान, जवान विज्ञान मेले के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने पाकिस्तान की धमकियों पर कड़ा जवाब दिया था। उन्होंने कहा था पीओके ही नहीं, गिलगित-बाल्टिस्तान भी भारत का हिस्सा है। उन्होंने पाकिस्तान से पूछा था कि कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा था ही कब, जो उसको लेकर रोते रहते हो?

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक और केंद्र सरकार ने कहा था कि राज्य में हालात सामान्य हैं। यहां जनजीवन फिर से पटरी पर लौटा है। राज्यपाल ने कहा था कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से अब तक कोई जनहानि नहीं हुई। हर एक कश्मीरी की जान हमारे लिए अहम है। हम नहीं चाहते यहां एक भी व्यक्ति अपनी जान गंवाए।

राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने 30 अगस्त को बांदीपोरा, संबल और गांदरबल क्षेत्र का दौरा किया था। यहां उन्होंने स्थानीय पुलिस और सेना के अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को संसद में प्रस्ताव पास कर अनुच्छेद 370 खत्म कर दिया था। सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है।

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