नौसेना दिवस (Indian Navy Day) के अवसर पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि हम चीन समेत नौसैन्य क्षेत्र में कई तरह की चुनौतियों से अवगत है और उससे निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नौसेना प्रमुख ने अप्रत्यक्ष रूप से चीन से मिल रही चुनौतियों का हवाला देते हुये कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में किसी भी तरह के अतिक्रमण जैसी स्थिति में नौसेना (Indian Navy) के पास मानक संचालन प्रक्रिया है।
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पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के ताजा हालात पर जोर देते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय नौसेना (Indian Navy) का निगरानी विमान पी-81 और हेरोन ड्रोन इस इलाके में चीन की निगरानी के लिये तैनात हैं। एडमिरल करमबीर सिंह के मुताबिक, “हम जो भी कर रहे हैं, वह सेना और भारतीय वायु सेना के साथ आपसी तालमेल से कर रहे हैं।’’
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पिछले करीब सात महीने से पूर्वी लद्दाख में गतिरोध चल रहा है, जो कि चीन के आक्रामक रवैये से पैदा हुआ है।
नौसेना प्रमुख ने देश के सामने मौजूद नौसैन्य क्षेत्र की चुनौतियों पर कहा कि भारतीय नौसेना (Indian Navy) परीक्षा की घड़ियों में डटे रहने के लिए दृढ़ संकल्पित है। साथ ही उन्होंने प्रस्तावित ‘मैरीटाइम थियेटर कमांड’ के बारे में भी जानकारी साझा की। जिसका कार्य प्रगति पर है और इसका वास्तविक आकार कुछ समय के बाद सामने आएगा।
नौसेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय नौसेना (Indian Navy) का ध्यान पानी के भीतर क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित है। वहीं तीसरे विमान वाहक पोत को शामिल करने पर एडमिरल सिंह ने कहा कि नौसेना अपनी जरूरतों के बारे में बेहद स्पष्ट है।