भारतीय सेना (Indian Army) का मुख्य बैटल टैंक जो अक्सर राजस्थान की रेतीली जमीन में युद्धाभ्यास करता दिखता था वही बैटल टैंक अब ईस्टर्न लद्दाख में चीन से मुकाबले के लिए तैनात है। टी-90 बैटल टैंक को ईस्टर्न लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे में तैनात किया गया है जहां भारतीय सेना अहम चोटियों पर मौजूद है। यही टी-90 बैटल टैंक गणतंत्र दिवस पर राजपथ में दौड़ता दिखाई देगा।
जम्मू कश्मीर: पाकिस्तान की एक और नापाक साजिश बेनकाब, भारतीय सेना ने खोजी एक और खुफिया सुरंग
ईस्टर्न लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन के साथ तनाव के बीच जब 29-30 अगस्त 2020 की रात को चीनी सैनिकों ने पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे में एलएसी पार कर भारत के इलाके में आने की कोशिश की तो भारतीय सेना ने इसे नाकाम किया। जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे रिजांग ला सहित कई अहम चोटियों पर मोर्चाबंदी कर दी। इन चोटियों पर चीन खुद कब्जा करने की फिराक में था। लेकिन भारतीय सैनिकों ने चीन के मंसूबे नाकाम किए। इन चोटियों पर भारतीय सेना (Indian Army) की मौजदूगी अहम है क्योंकि इन हाइट्स से चीन की मॉल्डो छावनी पर लगातार नजर रखी जा सकती है।
भारतीय सेना (Indian Army) ने पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे टी-90 टैंक भी तैनात कर दिया। यह पहली बार है जब इतने हाई एल्टीट्यूट में टी 90 टैंक की तैनाती की गई है।
गणतंत्र दिवस परेड में यह टी 90 टैंक दिखाई देगा। टैंक के कमांडर कैप्टन करनबीर सिंह ने बताया कि यह टैंक थर्ड जनरेशन का रशियन टैंक है, जिसे हम भीष्म कहते हैं।