पाकिस्तान के वजीरेआलम इमरान खान (Imran Khan) ने विपक्षी दलों के बहिष्कार के आह्वान के बीच नेशनल असेंबली (संसद) में विश्वासमत जीत लिया। हाल में करीबी मुकाबले वाले सीनेट चुनाव में वित्तमंत्री की हार के बाद इमरान की सरकार पर संकट आ गया था।
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इमरान खान (Imran Khan) को संसद के 342 सदस्य वाले निचले सदन में 178 वोट मिले और सामान्य बहुमत के लिए 172 वोट की जरूरत थी। पाकिस्तान में राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के निर्देश पर संसद का विशेष सत्र बुलाया गया था।
विपक्ष ने इसमें हिस्सा नहीं लिया क्योंकि 11 दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने मतविभाजन का बहिष्कार किया था। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के उम्मीदवार और पूर्व पीएम यूसुफ रजा गिलानी ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार अब्दुल हाफिज शेख को करीबी मुकाबले में सीनेट चुनाव में हरा दिया था।
इमरान खान (Imran Khan) के लिए ये बड़ा झटका था जिन्होंने वित्तमंत्री अब्दुल हाफिज शेख के लिए निजी तौर पर प्रचार किया था। वित्तमंत्री की हार के बाद विपक्षी दलों ने इमरान खान के इस्तीफे की मांग की थी।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सदन में एक-सूत्री प्रस्ताव रखा। वजीरेआलम ने शुक्रवार को अपने आवास पर सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं से मुलाकात की थी औऱ उनसे सरकार के पक्ष में मतदान करने को कहा गया था।