जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 17 मई को मुठभेड़ (Terrorist Encounter) हुई। सुरक्षाबलों ने इस मुठभेड़ में हिज्बुल (Hizbul Mujahideen) के दो आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों में से एक आतंकी की पहचान ताहिर अहमद बट के रूप में हुई, जबकि दूसरे आतंकी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई।
जानकारी के अनुसार, डोडा पुलिस और सेना (Army) की टीम को एक खुफिया सूचना मिली थी कि कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) का आतंकी फारुख डोडा में आया हुआ है। इसी सूचना के आधार पर देर रात जम्मू-कश्मीर पुलिस सेना की आरआर बटालियन और केंद्रीय रिजर्व पुलिस के जवानों ने डोडा के गुंदना इलाके को घेर लिया।
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तड़के आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच जैसे ही आमना-सामना हुआ दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद डोडा शहर से 26 किलोमीटर दूर गुंडाना इलाके में पोस्ता-पोत्रा गांव में एक संयुक्त अभियान चलाया। इसके बाद छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
इसमें सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस और सीआरपीएफ (CRPF) के संयुक्त दलों ने एक मकान में दो संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद 16 मई की रात को अभियान चलाया।
17 मई तड़के जब संयुक्त दल जब आतंकियों के ठिकाने की ओर बढ़ रहा था, तब उन पर भारी गोलीबारी की गई, जिसका उन्होंने जवाब दिया। बता दें कि डोडा जिले में इस साल सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले 15 जनवरी को हिज्बुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) कमांडर हारून अब्बास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।
इसके अलावा, इस महीने की शुरुआत में जिले में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से कुछ हथियार और गोला बारूद भी बरामद किए गए थे। दरअसल, हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू के मारे जाने के बाद से हिजबुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) के आतंकी घाटी में हमला करने की फिराक में हैं। लेकिन सुरक्षाबल उन्हें कामयाब होने नहीं दे रहे।