उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मसूरी थाना क्षेत्र के तहत दिल्ली-हापुड़ रोड़ हाईवे पर दो कारों में हुई टक्कर के बाद एक कार में आग लग गई। कार में फंसी तीन लोगों को बचाने के लिए एक कांस्टेबल अरुण कुमार (Arun Kumar) ने अपनी जान की बाजी लगा दी और तीनों को सकुशल कार से बाहर निकाल लिया।
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हालांकि इस दौरान ये बहादुर कांस्टेबल (Arun Kumar) खुद झुलस गया। जिसके बाद घायल कांस्टेबल को नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने कांस्टेबल की इस बहादुरी की तारीफ की और इस सराहनीय काम के लिए इनाम देने की भी घोषणा की।
दिल्ली-हापुड़ रोड से ईस्टर्न पेरीफेरल को जोड़ने वाली सड़क पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान पुलिसकर्मी 20 अरुण कुमार (Arun Kumar) की ड्यूटी लगाई गई थी। इसी दौरान उसने देखा कि करीब 200 मीटर दूरी पर दो कार आपस में टकरा गई हैं। टक्कर लगते ही एक कार पलट गई और दूसरी कार में आग लग गई। कार में आग लगते देख पुलिसकर्मी अरुण कुमार तेजी से घटनास्थल की ओर दौड़ा और कार में फंसे महिला और पुरुष को फौरन बाहर निकाल लिया। महिला पुरुष की जिंदगी तो पुलिसकर्मी ने बचा ली लेकिन उसके हाथ और पैर झुलस गए। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसएसपी अमित पाठक ने इस सराहनीय कार्य के लिए सिपाही अरुण कुमार (Arun Kumar) की बहादुरी व कर्तव्यपरायणता की प्रशंसा कर उसे प्रशस्ति पत्र व 10 हजार रुपए नकद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे बनने के बाद नेशनल हाईवे 9 पर ट्रैफिक की रफ्तार काफी तेज रहती है। जरा सी सावधानी हटते ही हादसा होने का खतरा लगातार बना रहता है। इस मामले में भी ऐसा ही नजर आ रहा है। गाड़ी सवारों का मेडिकल भी कराया गया, जिससे यह पता चल पाए कि कहीं उन्होंने शराब तो नहीं पी हुई थी। वहीं जैसे ही लोगों ने एक गाड़ी को जलते हुए देखा, तो हाइवे पर अफरातफरी का माहौल हो गया। काफी देर तक ट्रैफिक भी बाधित रहा। फिलहाल हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।