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नक्सलियों के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई, बिहार के बड़े नक्सली नेता की 41 लाख की संपत्ति जब्त

सांकेतिक तस्वीर।

नक्सली गतिविधियों में शामिल बड़े नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ईडी ने कई एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर विभिन्न पुलिस थानों में उनके खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों के आधार पर की गई हैं।

नक्सली (Naxalites) लोगों को डराते धमकाते हैं, दहशत पैदा कर आम जनता को लूटते हैं और लूट के पैसे से खुद के लिए जमीन जायदाद बनाते हैं। कई नक्सलियों ने लूट और अवैध वसूली कर अथाह संपत्ति जमा कर ली है। इसका उपयोग वे खुद की सुख-सुविधाओं के साथ-साथ संगठन को मजबूत करने के लिए भी करते हैं।

इसलिए सरकार और प्रशासन नक्सलियों (Naxals) की कमर तोड़ने के लिए उनकी अवैध संपत्तियों को लगातार जब्त कर रही है। इसी कड़ी में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सीपीआई माओवादी के कथित बड़े नक्सली नेता (Naxal Leader) राम बाबू राम उर्फ राजन और उसके परिजनों की बिहार (Bihar) के पश्चिमी चंपारण स्थित 8 संपत्तियों को जब्त कर लिया है।

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इन संपत्तियों की कीमत 41 लाख रुपए बताई जा रही है। ईडी के एक आला अधिकारी के मुताबिक, नक्सली गतिविधियों में शामिल बड़े नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ईडी ने कई एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर विभिन्न पुलिस थानों में उनके खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों के आधार पर की गई हैं।

इनमें से अनेक लोगों के खिलाफ ईडी पहले भी संपत्ति जब्ती की कार्रवाई के साथ उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत आरोप पत्र कोर्ट के सामने दाखिल कर चुकी है। अधिकारी के मुताबिक, राम बाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने उसके और उसके परिजनों की 8 अचल संपत्तियां जब्त कर ली।

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जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है, उनमें रामबाबू राम की पत्नी सुनीता देवी, उसकी मां माया देवी, उसके भाई संजय राम के नाम पर ली गई अचल संपत्तियां शामिल हैं। यह सभी संपत्तियां पश्चिमी चंपारण में बताई गई हैं। इसके अलावा राम बाबू राम की पत्नी के भाई राम स्वार्थ राम की पश्चिमी चंपारण के चकिया स्थित 6 जमीनें भी जब्त की गई हैं।

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अधिकारी के अनुसार, राम बाबू राम के खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में 28 एफआईआर दर्ज है, जिनके आधार पर ईडी ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। राम बाबू राम और उसके सहयोगियों के खिलाफ आरोपपत्र भी कोर्ट के सामने दाखिल किए गए हैं।