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ईरान के हमले के बाद बढ़ गई थी ट्रंप की टेंशन, बंद कमरे में आला अधिकारियों के साथ बैठक की तस्वीरें आईं सामने

जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के जवाब में ईरान (Iran) ने 8 जनवरी की सुबह इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य कैंपों पर दर्जनों मिलाइलें दागी। जिसमें कुर्दिस्तान क्षेत्र की राजधानी एर्बिल का सैन्य बेस और अनबर प्रांत में ऐन अल-असद बेस शामिल थे। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। 7 जनवरी की रात राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ मीटिंग की।

 

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ मीटिंग की। (फोटो क्रेडिट- मेल ऑनलाइन)

ईरान (Iran) ने अमेरिका द्वारा जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के जवाब में इराकी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों से हमले किए। ईरान (Iran) ने 8 जनवरी की सुबह इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य कैंपों पर दर्जनों मिलाइलें दागीं, जिसमें कुर्दिस्तान क्षेत्र की राजधानी एर्बिल सैन्य बेस और अनबर प्रांत में ऐन अल-असद बेस शामिल थे। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। 7 जनवरी की रात राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ मीटिंग की। व्हाइट हाउस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) सिक्योरिटी टीम के साथ मीटिंग की एक फोटो शेयर की।

इस फोटो में राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंस राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ सिचुएशन रूम में हैं। सीबीएस न्यूज की एंकर नोरा ओ’डोनेल ने भी 8 जनवरी की रात एक फोटो पोस्ट की। इस फोटो में ट्रंप अपनी सुरक्षा टीम के साथ मीटिंग में हैं। इस बैठक में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उपराष्ट्रपति माइक पेंस, राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ, ट्रेजरी सचिव स्टीव मन्नुचिन, रक्षा सचिव मार्क ओशो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन, के अध्यक्ष और संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मार्क मिले और नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक जोसेफ मैकगायर हैं। इसके अलावा कई अन्य आला अधिकारी भी मीटिंग में मौजूद हैं। मेल ऑनलाइन के मुताबिक, ईरान द्वारा जवाबी कार्रवाई के बाद स्थिति बहुत तनावपूर्ण है। विशेषज्ञों के अनुसार, इससे युद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है।

 

बता दें कि 8 जनवरी की सुबह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के हमले में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि ईरान द्वारा मिसाइल हमले में एक भी अमेरिकी की मौत नहीं हुई है। ट्रंप ने कहा कि ईरानी हमले में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को मामूली नुकसान हुआ है। जबकि ईरान का दावा है कि उसके हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए। ईरान के हमले पर जवाब देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि अमेरिका तेल के लिए यह सबकुछ कर रहा है तो उन्हें हम बताना चाहेंगे कि हमें मिडिल ईस्ट के तेल की जरूरत नहीं है। तेल को लेकर अमेरिका आत्मनिर्भर है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान को हम कभी भी परमाणु ताकत नहीं बनने देंगे।

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