Doctors Day : यह जानते हुए कि उनका परिवार नक्सलियों के निशाने पर रहता है, फिर भी विजय कर्मा ने अपनी जन्मभूमि की सेवा का निश्चय किया और लगभग 10 साल कुआकोंडा में सेवाएं दीं।
दंतेवाड़ा: डॉक्टर्स डे के मौके पर पूरा देश महामारी के इस दौर में डॉक्टरों के सेवाभाव को नमन कर रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के बस्तर के एक डॉक्टर भी चर्चा में हैं।
इस डॉक्टर का नाम विजय कर्मा है और वह नक्सलियों के निशाने पर होने के बावजूद जनता की सेवा में लगे हुए हैं। डॉक्टर विजय कर्मा राजनीतिक परिवार से हैं और प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष रहे महेंद्र कर्मा के चचेरे भाई हैं और एमएलए और एमपी रहे लक्ष्मण कर्मा के छोटे भाई हैं।
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लेकिन विजय कर्मा ने डॉक्टरी को अपना पेशा बनाया और एमडी, मेडिसिन करने के बाद दंतेवाड़ा में ही मरीजों की सेवा को अपना लक्ष्य बना लिया।
यह जानते हुए कि उनका परिवार नक्सलियों के निशाने पर रहता है, फिर भी विजय कर्मा ने अपनी जन्मभूमि की सेवा का निश्चय किया और लगभग 10 साल कुआकोंडा में सेवाएं दीं।
विजय कर्मा बताते हैं कि उन्होंने रायपुर से एमबीबीएस किया और भोपाल से एमडी मेडिसिन। इसके बाद वह दंतेवाड़ा में मरीजों की सेवा के लिए आ गए। अब उन्हें करीब 20 साल सेवाएं देते हुए हो गया है।