भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में भारत-चीन विवाद के दौरान भारतीय सेना के साहस और बहादुरी की जमकर तारीफ की साथ ही कहा कि पूर्वी लद्दाख में सेना के प्रदर्शन ने देश का मनोबल बढ़ाया है।
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लखनऊ छावनी स्थित मध्य सेना कमान में सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए भूमि पूजन करने के उपरांत रक्षा मंत्री (Defence Minister) ने बताया, यह नया निर्माण हमें एक संदेश देता है कि अगर पिछले साल बाधाएं थी, यह समाधान का वर्ष है। उन्होंने आगे बताया कि भारत-चीन विवाद के दौरान सेना के करिश्माई प्रदर्शन ने देश का मनोबल बढ़ाया है, साथ ही हर भारतीय को अपना सिर ऊंचा रखने में सक्षम बनाया है।
राजनाथ सिंह के अनुसार, इस साल भारत-पाकिस्तान युद्ध का स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया जा रहा है जिससे भारत का सर पूरी दुनिया में ऊंचा हुआ है। इसके अलावा रक्षा मंत्री (Defence Minister) ने मौजूदा वैश्विक महामारी पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ‘पूरी दुनिया कोरोना संकट का का सामना कर रही है और किसी ने यह नहीं सोचा था कि महामारी की शुरुआत के साथ होली, ईद और दिवाली जैसे त्यौहारों को धूमधाम फीकी हो जाएगी। किसी ने कल्पना नहीं की थी कि ट्रेनें रुक जाएंगी, स्कूल और बाजार बंद हो जाएंगे, लेकिन हमारे पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस संकट का सामना किया गया। महामारी के समय सबसे बड़ी चुनौती टेस्टिंग की थी क्योंकि शुरुआत में दो ही लैब थे लेकिन आज एक हजार से अधिक प्रयोगशालाएं हैं।
रक्षा मंत्री (Defence Minister) ने कोरोना काल में दिन रात एक करके लोगों की हिफाजत करने वाले कोरोना वारियर्स को भी याद किया। उनके अनुसार, ‘इन योद्धाओं ने करिश्माई प्रदर्शन किया है। डॉक्टरों, पैरा-मेडिकल स्टाफ, स्वच्छता कर्मचारियों ने फ्रंटलाइन सैनिकों के रूप में काम किया है और मैं उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण को सलाम करता हूं। उन्होंने यह भी बताया कि शनिवार से शुरू हुए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल किए जाने वाले दो स्वदेशी टीकों के अलावा चार और टीके जल्द ही आने वाले हैं।