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देश का हर नागरिक है बिना वर्दी वाला पुलिस- एपी माहेश्वरी

सीआरपीएफ (CRPF) के महानिदेशक (DG) एपी माहेश्वरी (A P Maheshwari) ने कहा कि करीब एक साल पहले पुलवामा आतंकी हमले के बाद बल ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए सुरक्षा अभ्यासों को बेहतर किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि CRPF का काम आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है। इस कारण पुलिस और एजेंसी के साथ बेहतर तालमेल पर सीआरपीएफ लगातार काम कर रही है।

CRPF के महानिदेशक एपी माहेश्वरी (फाइल फोटो)।

सीआरपीएफ (CRPF) के महानिदेशक (DG) एपी माहेश्वरी (A P Maheshwari) ने कहा कि करीब एक साल पहले पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Attack) के बाद बल ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए सुरक्षा अभ्यासों को बेहतर किया है। एपी माहेश्वरी ने 28 जनवरी को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पुलवामा हमले के बाद मोबिलिटी, हथियार नेविगेशन, ड्रिल्स और क्षमता को मजबूत किया गया है, क्योंकि विरोधी भी अपने आप को लगातार बदलते रहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ (CRPF) का काम आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है। इस कारण पुलिस और एजेंसी के साथ बेहतर तालमेल पर सीआरपीएफ लगातार काम कर रही है।

पुलवामा हमले से बहुत कुछ सीखा

माहेश्वरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनका बल यह आश्वस्त कर सकता है कि आतंकी तत्वों के लिए उसके साथ भिड़ना आसान नहीं होगा। बल ने कश्मीर घाटी में आतंक रोधी अभियानों में 70,000 से ज्यादा जवानों को तैनात कर रखा है। साजो-सामान, रणनीति, आवाजाही और स्थानांतरण के लिहाज से भी बेहतर इंतजाम किए गए हैं। एपी माहेश्वरी (A P Maheshwari) ने कहा, हमारा मानना है कि हम नुकसान से सबक ले सकते हैं और ये हमें सफलता की ओर ले जाने वाले होने चाहिए। जो भी सफलताएं वहां मिली हैं, वो नाकामी के बाद आई हैं। हाल ही में पद संभालने वाले सीआरपीएफ (CRPF) के नए डीजी ने कहा कि हम इस बात का दावा नहीं कर सकते कि पुलवामा जैसा हादसा (Pulwama Attack) फिर नहीं होगा, लेकिन हमने उस घटना से बहुत कुछ सीखा है।

हमें बनना होगा साइबर प्रूफ

वहीं, दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के मुद्दे पर माहेश्वरी (A P Maheshwari) कहा कि यह पहला मामला नहीं है। दुश्मनों की तरफ से ऐसे काम होते रहते हैं, लेकिन हम हर स्तर पर जांच करते हैं। कश्मीर में 60-60 बटालियन जवानों की तैनाती है। कश्मीर के हालत में तेजी से बदलाव हो रहे हैं, नेताओं के बाहर आने के बाद भी हालत नहीं बिगड़ेगें। उन्होंने कहा कि हमें साइबर हमलों से बचने की जरूरत है, हमें साइबर प्रूफ बनना होगा।

देश का हर नागरिक है बिना वर्दी वाला पुलिस

डीजी एपी माहेश्वरी ((A P Maheshwari) ने कहा कि सीआरपीएफ (CRPF) ने देश के लिए कुर्बानियां दी है। हम जान देने में पीछे नहीं रहते हैं हमारे 2200 से अधिक जवानों ने अबतक देश के लिए बलिदान दिया है। हमने 2003 से माओवादियों के खिलाफ बंदूक उठाया था। सीआरपीएफ (CRPF) आंतरिक सुरक्षा के लिए है, चाहे कोई भी क्राइसिस आए, कहीं भी, कभी भी, हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि समय के साथ खतरा का स्तर बदल गया है। माहेश्वरी ने कहा कि देश का हर नागरिक अपने आप में बिना वर्दी वाला पुलिस होता है। हम उनके साथ मिलकर काम करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस की व्यवस्था में सुधार के लिए कोई अगर आईडिया देता तो उसका स्वागत है। उन्होंने कहा कि देश ने सीआरपीएफ (CRPF) के काम को सराहा है। हम वर्तमान में 55 वीआईपी लोगों को सुरक्षा दे रहे हैं। हमारे महिला बटालियन के काम की भी प्रशंसा हो रही है।

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