CRPF Raising Day: इसे देश का सबसे पुराना केंद्रीय अर्धसैनिक बल कहा जाता है। इसका गठन राजनीतिक अस्थिरता को कंट्रोल करने के लिए किया गया था।
नई दिल्ली: 27 जुलाई का दिन सीआरपीएफ यानी सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के लिए काफी अहम है। ये वही दिन है जब साल 1939 में सीआरपीएफ की नींव पड़ी। हालांकि 27 जुलाई 1939 को जब CRPF की स्थापना (CRPF Raising Day) हुई थी, तब इसे क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस (CRP) के नाम से जाना जाता था।
बाद में 28 दिसंबर 1949 को संसद की तरफ से एक एक्ट पास किया गया और इसका नाम बदलकर सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स यानी सीआरपीएफ कर दिया गया।
इसे देश का सबसे पुराना केंद्रीय अर्धसैनिक बल कहा जाता है। इसका गठन राजनीतिक अस्थिरता को कंट्रोल करने के लिए किया गया था।
दरअसल जब देश आजाद नहीं हुआ था, उस समय राज्यों में विद्रोह की स्थिति हुआ करती थी क्योंकि राज्यों में राजशाही शासन था। ऐसे में क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस (CRP) यानी आज की सीआरपीएफ ब्रिटिश अधिकारियों के घरों की सुरक्षा करती थी।
बाद में जब 28 दिसंबर 1949 को संसद की तरफ से एक्ट पास हुआ और क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस बदलकर सीआरपीएफ बन गई, तब इसकी जिम्मेदारी और बढ़ गई।
अब सीआरपीएफ जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेती है और नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देती है। इसकी कोबरा बटालियन ने नक्सलियों की कमर तोड़ दी है।
सीआरपीएफ के स्थापना दिवस के मौके पर CRPF ने ट्वीट भी किया है और अपने बहादुर जवानों और परिजनों को बधाई दी है। CRPF ने लिखा कि सभी सीआरपीएफ जवानों और उनके परिवारों को 83वें स्थापना दिवस की शुभकामनाएं। एक मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में अपने गौरवशाली इतिहास के साथ, ये फोर्स पूरी ताकत से राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है।