हाल ही में सामने आए डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta plus variant) के मामले अब तक 12 राज्यों में सामने आ चुके हैं। इन राज्यों में 49 सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिला है।
देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta plus variant) को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। देश के आठ राज्यों महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना में कोरोना वायरस के खतरनाक वैरिएंट के 50 फीसदी मामले मिले हैं।
बता दें कि हाल ही में सामने आए डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta plus variant) के मामले अब तक 12 राज्यों में सामने आ चुके हैं। इन राज्यों में 49 सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिला है, जिसे सरकार ने हाल ही में गंभीर वैरिएंट के रुप में घोषित किया था। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट, कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta plus variant) को लेकर केंद्र ने आठ राज्यों को चिट्ठी लिखकर दिए अहम निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार (Central Government) ने तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर डेल्टा प्लस वैरिएंट के प्रसार को रोकने के उपायों को बढ़ाने का निर्देश दिया है। केंद्र सरकार ने राज्यों से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के लिए कहा है।
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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 25 जून को इन राज्यों को पत्र लिखकर कहा है कि जिलों और समूहों में तत्काल रोकथाम के उपाय करें, जिसमें भीड़ और लोगों का आपस में मिलने जुलने पर रोक, बड़े स्तर पर टेस्टिंग, तत्काल ट्रेसिंग और साथ ही प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन कवरेज शामिल है। केंद्र ने कहा है कि टेस्ट में पॉजिटिव लोगों के पर्याप्त नमूने इंसाकोग की नामित प्रयोगशालाओं को तत्काल भेजे जाएं।