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अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, भारत के बाद ताइवान में की घुसपैठ

अमेरिका (America)  और ताइवान (Taiwan) की बढ़ती दोस्ती से चीन (China) को चिढ़ होने लगी है इसलिए चीन ने ताइवान पर कब्जा कर लेने की धमकी दी है।

चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। भारत के बाद चीन ने अब ताइवान (Taiwan) के साथ पंगा लेना शुरू कर दिया है। अमेरिका (America)  और ताइवान की बढ़ती दोस्ती से चीन को चिढ़ होने लगी है इसलिए चीन ने ताइवान पर कब्जा कर लेने की धमकी दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी कीथ क्रैच के ताइवान दौरे से बौखलाए चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि 18 सितंबर को लड़ाकू विमानों का ड्रिल चेतावनी देने के लिए नहीं था, बल्कि ताइवान पर कब्जे का रिहर्सल था।

ताइवान और अमेरिका स्थिति का गलत आकलन ना करें यह ना मानें कि यह अभ्यास दिखावा है। चीन (China) ने 18 सितंबर को शक्ति प्रदर्शन करते हुए ताइवानी क्षेत्र में लड़ाकू जेट समेत 18 विमान उड़ाए। कम्युनिस्ट सरकार के मुखपत्र में यह भी कहा गया है कि ताइवान की स्वतंत्रता खत्म होने वाली है। उसने कहा है कि वह युद्द से पीछे नहीं हटता और इसके लिए उसने भारत सीमा का भी जिक्र किया।

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ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि इस सैन्य अभ्यास ने दो अहम सिग्नल भेजे हैं। पहला यह कि यह विरोध अमेरिका और ताइवान के बीच मिलीभगत को लेकर है। दूसरा यह कि पीएलए की प्रतिक्रिया बेहद तेज है। ताइवान और अमेरिका ने तब तक क्रैच के दौरे को गोपनीय रखा जब तक वे विमान में सवार नहीं हो गए। वह गुरुवार को ताइवान पहुंचे।

पीएलए की ओर से अडवांस में सैन्य अभ्यास का ऐलान नहीं किया गया था। युद्धाभ्यास का फैसला आखिरी मिनटों में लिया गया। इससे बता दिया गया है कि चीन (China) बड़ी कार्रवाई को बेहद कम समय में अंजाम दे सकता है। यद दिखाता है कि पीएलए के पास ताइवान के खिलाफ बेहद कम समय में एक्शन की क्षमता है।

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चीनी अखबार ने अमरिकी दौरों को लेकर आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि हर बार जब कोई अमेरिकी अधिकारी ताइवान आए तो पीएलए के लड़ाकू विमानों को आइलैंड की ओर और आगे बढ़ना चाहिए और यदि अमेरिका के विदेश या रक्षा मंत्री ताइवान आते हैं तो इसके लड़ाकू विमान आइलैंड के ऊपर उड़ें और मिसाइलें राष्ट्रपति ऑफिस के ऊपर से।

यदि ताइवान प्रशासन आक्रामकता दिखाता है तो यह सच होगा। चीनी सरकारी मीडिया ने कहा कि ताइवान और अमेरिका स्थिति का गलत आकलन ना करें यह ना मानें कि यह अभ्यास दिखावा है। यदि वे उकसाते रहे तो युद्ध होना तय है।

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अमेरिकी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी कीथ क्रैच ने शुक्रवार को ताइवान के आर्थिक मामलों के मंत्री और उप प्रमुख के साथ चर्चा की। इस दौरान चीन ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए 18 लड़ाकू विमानों को ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में भेज दिया। चीन (China) ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और इस स्वशासित द्वीप और अन्य किसी देश के बीच किसी भी तरह की औपचारिक वार्ता का सख्ती से विरोध करता है।