छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने बड़े धमाके की तैयारी की थी। नक्सलियों के निशाने पर थे सुरक्षाबल के जवान। लेकिन वक्त रहते सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की इस साजिश को नाकाम कर दिया। दरअसल, छत्तीसगढ़ के सुकमा स्थित तिमेलवडा के पास सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को आईईडी बरामद किया है। बरामद हुए 20 किलोग्राम विस्फोटकों को सबसे पहले सुरक्षा बलों ने निष्क्रिय कर दिया।
बताया जा रहा है कि नक्सलियों का इरादा जवानों को नुकसान पहुंचाने का था। पर समय रहते आईईडी को निष्क्रिय कर सुरक्षाबलों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। यह इलाका चिंतागुफा पुलिस स्टेशन के तहत आता है। मिली जानकारी के अनुसार, विस्फोटक की जो मात्रा बरामद हुई है वह बड़े वाहनों के परखच्चे उड़ाने के लिए पर्याप्त है।
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गौरतलब है कि सीआरपीएफ की 150वीं व 74वीं वाहिनी और कोबरा बटालियन के 206 जवान सर्च पर थे। इसी दौरान नक्सलियों द्वारा बिछाए गए विस्फोटक को बरामद कर लिया गया। और वक्त रहते उन्हें निष्क्रिय कर दिया गया।
दिन-ब-दिन सुरक्षाबलों द्वारा बढ़ाई जा रही चौकसी से नक्सली संगठनों के आका तिलमिलाए हुए हैं। यही वजह है कि वो जवानों को निशाना बनाने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं। पर, अक्सर सुरक्षाबलों की मुस्तैदी के चलते उनके नापाक इरादे नाकामयाब हो जाते हैं। ऐसे में, जरूरत है कि मुस्तैदी बनाए रखा जाए।
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अपने ऊपर पड़ते चौतरफा दबाव से नक्सली वैसे ही बौखलाहट में हैं। इसी के चलते तमाम हार्डकोर नक्सली आए दिन सरेंडर कर रहे हैं। कुछ तो नक्सल संगंठनों की खोखली विचारधारा से तंग आकर भी हथियार डाल रहे हैं। खास कर, नक्सल संगठनों में महिलाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है। नक्सलवाद के जाल में फंस चुकी महिला नक्सली किसी भी तरह जंगल से बाहर आकर मुख्यधारा की जिंदगी जीना चाहती हैं।
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