Hindi News (हिंदी समाचार), News in Hindi, Latest News In Hindi

छत्तीसगढ़: सुरक्षाबलों को 30 जगहों पर नक्सलियों के कैम्प होने के निशान मिले

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा (Sukma) में पुलिस के जवानों को 30 जगहों पर नक्सली कैम्प होने के निशान भी मिले हैं। नक्सली उपचुनाव को प्रभावित करना चाहते थे। इसकी जानकारी पुलिस को लगातार मिल रही थी। इसका खुलासा खुद पुलिस ने किया है। 

30 जगहों पर नक्सलियों के कैम्प होने के निशान मिले

सुकमा (Sukma) एसपी शलभ सिन्हा के अनुसार, मलकानगिरी और बस्तर की सीमा पर नक्सलियों के होने की सूचना लगातार मिल रही थी। जिसके बाद 13 अक्टूबर को पुसपास थाने और कुमाकोंलेंग से डीआरजी और एसटीएफ के जवानों को ऑपरेशन के लिए भेजा गया। इधर मलकानगिरी जिले से एसओजी को भी ऑपरेशन के लिए निकाला गया था, ताकि नक्सलियों को दोनों ओर से घेरा जा सके। जवानों की अलग-अलग पार्टी डोंडीपदर, बुईतुलसी, चेरकोटला इलाके में सर्चिंग कर रही थी।

चांदामेटा और कोटवापदर के पहाड़ पर नक्सलियों का कैम्प लगा हुआ था। वहीं नीचे नक्सलियों का एक छोटा दस्ता भी मौजूद था, जो पहरेदारी का काम कर रहा था। इसका नेतृत्व नक्सली कोसा कर रहा था। एसपी सिन्हा ने बताया कि जवानों को देख उन्होंने जवानों पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। जिसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोनों ओर से करीब 20 से 25 मिनट तक फायरिग हुई और नक्सली वहां से भाग गए। उसके बाद जब इलाके की सर्चिंग की गई तो एक इंडियन मेड पिस्टल बरामद हुई। इसके अलावा जिंदा राउण्ड, कोर्डेक्स वायर, 400 ग्राम बारूद बरामद हुआ है।

मुठभेड़ स्थल से एक नक्सली का शव बरामद हुआ है, जिसकी शिनाख्त माड़वी कोसा चिकपाल निवासी के रूप में हुई। कोसा मउपदर एलओएस कमांडर था। उस पर 3 लाख का इनाम घोषित था। Sukma के एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि हमारे जवान जब ऑपरेशन पर निकले तो उन्हें नक्सलियों के कैम्प होने के करीब 30 जगहों पर निशान मिले। जहां नक्सलियों के द्वारा कैम्प लगाया गया था। क्योंकि हमारे पास लगातार सूचनाएं मिल रही थीं कि नक्सली चित्रकोट उप चुनाव को प्रभावित करने की साजिश रच रहे हैं। साथ ही बड़े लीडरों की मौजूदगी की भी खबरें लगातार मिल रही थीं। बता दें कि चित्रकोट उपचुनाव के तहत 21 अक्टूबर को वोटिंग होनी है।

पढ़ें: कारगिल शहीद की बेटी बनी दारोगा, पिता की शहादत पर लिया था देश सेवा का संकल्प