छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर (Bijapur) जिले में पुलिस ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। जानकारी के अनुसार, बीजापुर जिले के थाना उसूर से जिला बल एवं सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी 13 नवंबर को एरिया डॉमिनेशन, नक्सली आरोपियों एवं वारंटियों की तलाश में टेकमेटला की ओर रवाना हुई थी।
सर्चिंग के दौरान बीजापुर (Bijapur) के टेकमेटला से दो स्थाई वारंटी नक्सली माड़वी सन्ना और मुके उर्फ मुक्के पोडियाम को पकडऩे में सफलता मिली। ये दोनों टेकमेटला गांव के रहने वाले हैं। दोनों आरोपियों पर राजद्रोह, हत्या का प्रयास, लूट, आजगनी, बलवा, आम्र्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। दोनों को न्यायालय बीजापुर (Bijapur) में पेश किया गया। इससे पहले, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा से पुलिस ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक का नाम लालूराम वेको है।
लालू पर दो लाख रुपए का इनाम था। वह बचपन में नक्सल संगठन से बाल सदस्य के रूप में जुड़ा। लालू के साथ उसकी एक महिला साथी को भी पकड़ा गया है। ये दोनों पुलिस टीमों पर कई फायरिंग की घटनाओं और आगजनी की घटनाओं में शामिल थे। जानकारी के मुताबिक, बाल सदस्य के रूप में लालू साल 2001 में नक्सलियों से जुड़ा। इसका काम था गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को नक्सली संगठन के बारे में बताना। इसके लिए यह नाच-गाने का सहारा लिया करता था। संगीत के जरिए नक्सलियों का प्रचार-प्रसार किया करता था।
लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काना लालू का मुख्य काम था। इसके अलावा जब कभी गांव में माओवादियों के बड़े लीडर आते तो उनके खाने की व्यवस्था करने का काम करता था। गांव में लालू संतरी की तरह ड्यूटी करता था और जब फोर्स के आने की आहट महसूस होती तो पटाखे फोड़कर गांव में मौजूद नक्सलियों को आगाह करता था। लालू के साथ गिरफ्तार महिला नक्सली लेकाम बुधरी साल 2018 में नक्सली बनी। दोनों ने मिलकर कई जगहों पर आईईडी ब्लास्ट, स्पाइक होल बनाना, गाड़ियों में आग लगाना और फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दिया है।
पढ़ें: 12 जवानों की हत्या का आरोपी कुख्यात नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़ा