भारतीय वायुसेना का अत्याधुनिक एमआई-17 हेलीकॉप्टर बुधवार दोपहर को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हेलीकॉप्टर में सवार प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat) व उनकी पत्नी के सहित कुल 13 लोगों की मौत हो गई है। वायुसेना ने के अनुसार, ये हादसा पहाड़ों के उपर घने कोहरे के कारण हुआ है।
तमिलनाडु: CDS बिपिन रावत को ले जा रहा हेलीकॉप्टर क्रैश, MI-17 में सवार 14 लोगों में से 13 की मौत, रावत की हालत गंभीर
वायुसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वायुसेना ने ये डबल इंजन वाला हाईटेक एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर रूस से खरीदा था, जो कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना से वेलिंग्टन के लिए उड़ा था। सैन्य अधिकारियों के अनुसार, सीडीएस जनरल रावत (Gen Bipin Rawat) वेलिंग्टन में ‘डिफेंस सर्विसेज कॉलेज’ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे कि लैंडिंग से ठीक 5 मिनट पहले ही हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि निकाले गये लोगों में 11 की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी, वहीं रावत सहित एक घायल की मौत वेलिंग्टन मिलिट्री अस्पताल में उपचार के दौरान हुई। जबकि गंभीर रूप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, हेलीकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। स्थानीय चश्मदीदों के अनुसार, हवा में ही हेलीकॉप्टर में आग की लपटें उठती लगीं, इसके बाद वह हवा में ही चक्कर काटते-काटते नीचे पेड़ों के बीच गिर गया। जिसके कारण हेलीकॉप्टर आग की लपटों में समा गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनरल रावत की मौत पर गहरा शोक प्रकट किया और कहा कि जनरल रावत ने हमारे सशस्त्र बलों , सुरक्षा सामग्री के आधुनिकीकरण के प्रति बहुत बड़ा योगदान दिया।