Bijapur Sukma Encounter: नक्सलियों ने सेना को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए बुलेट, नुकीले हथियार और देसी रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया। इससे पहले भी नक्सली देस रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल कर चुके हैं।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में शहीद जवानों में डीआरजी के 8, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के 6, बस्तर बटालियन का एक जवान और कोबरा बटालियन के 9 सैनिक हैं। नक्सलियों के संगठन पीपुल्स लिबरेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून वन की यूनिट ने इस हमले को अंजाम दिया है। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के सबसे मजबूत गढ़ बीजापुर में यह ऑपरेशन चलाया था।
नक्सलियों के खिलाफ उतरे हमारे जवानों पर बेरहमी से हमला किया गया। नक्सलियों ने जवानों पर हमला करने के लिए तीन तरीकों का इस्तेमाल किया। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने सेना को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए बुलेट, नुकीले हथियार और देसी रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया।
बताया जा रहा है कि करीब 200 से 300 नक्सलियों का समूह देसी रॉकेट लॉन्चर के साथ सुरक्षाबलों की टुकड़ी पर टूट पड़ा था। रॉकेट लांचर गिरते ही फूटता है। इससे पहले भी नक्सली देस रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल कर चुके हैं। सुरक्षाबलों को जिस तरह से निशाना बनाया गया वह न सिर्फ हैरतअंगेज, बल्कि एकदम नया है। एकसाथ इतनी तादाद में हथियारों का इस्तेमाल किया गया है वह हैरान करने वाला है।