पहली रणनीति के तहत नक्सली (Naxalites), अपने वर्चस्व वाले इलाकों में संगठन के लोगों को प्रत्याशी बनाकर उतारेंगे और दूसरी रणनीति के तहत जिन इलाकों में पुलिस कमजोर है, वहां उत्पात करेंगे।
जमुई: बिहार में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है, फिर भी नक्सली अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। खबर मिली है कि नक्सली संगठन ने बिहार पंचायत चुनाव-2021 के लिए 2 बड़ी रणनीतियां बनाई हैं।
पहली रणनीति के तहत नक्सली (Naxalites), अपने वर्चस्व वाले इलाकों में संगठन के लोगों को प्रत्याशी बनाकर उतारेंगे और दूसरी रणनीति के तहत जिन इलाकों में पुलिस कमजोर है, वहां उत्पात करेंगे।
कहा जा रहा है कि इन दोनों रणनीतियों के पीछे पूर्वी बिहार और पूर्वोत्तर झारखंड कमेटी के सचिव प्रवेश दा का हाथ है।
Coronavirus: देश में आए कोरोना के 37,875 नए केस, दिल्ली में एक मरीज की मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, जोनल कमांडर पिंटू राणा को ये जिम्मेदारी दी गई है कि वह पंचायत चुनाव में भागीदारी के लिए इलाके के लोगों से बातचीत करे। राणा ने बरहट के खिरिया और झाझा के जुड़पनियां में पंचायत बुलाकर बातचीत भी की है।
इस बारे में पुलिस को खुफिया सूत्रों से इनपुट मिला है, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। बता दें कि साल 2016 में पिंटू राणा के भाई मनोज राणा की पत्नी शोभा देवी मुखिया बनी थी।
इसलिए उसे ये जिम्मेदारी दी गई है कि वह फिर से नक्सली वर्चस्व को कायम करे। हालांकि पुलिस के जवान हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।