बिहार (Bihar) के लखीसराय जिले के नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) में लेवी की मांग के लिए नक्सलियों (Naxals) ने ठेकेदारों और पंचायत प्रतिनिधियों की एक लिस्ट तैयार कर रखी है।
कोरोना लॉकडाउन (Corona Lock Down) के दौरान नक्सलियों (Naxals) की माली हालत बिल्कुल खराब हो गई थी। लॉकडाउन खत्म होने के बाद अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए नक्सलियों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। नक्सली (Naxalites) अब लोगों से जबरन लेवी (Levy) वसूलकर पैसे इकट्ठा करने की कोशिश में लग गए हैं।
जानकारी के अनुसार, बिहार के लखीसराय जिले के नक्सल प्रभावित इलाके (Naxal Area) में लेवी की मांग के लिए नक्सलियों ने ठेकेदारों और पंचायत प्रतिनिधियों की एक लिस्ट तैयार कर रखी है। उन्होंने अपने सूत्रों के माध्यम से संगठन से अपना मैसेज भी संबंधित ठेकेदार और पंचायत प्रतिनिधियों के पास भेज रखा है।
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बताया जा रहा है कि जिले के पीरी बाजार, कजरा और एवं चानन थाना क्षेत्र के कई ऐसे लोग हैं जो नक्सलियों के निशाने पर हैं। विभिन्न विभागों की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के लिए नक्सलियों ने अलग-अलग लेवी तय कर रखा है। नक्सलियों को लेवी (Levy) नहीं देने पर वे डराते-धमकाते हैं और काम नहीं होने देते हैं।
बता दें कि इससे पहले, 27 अगस्त, 2019 को पीरी बाजार क्षेत्र के घोघी गांव निवासी मदन मोहन सिंह का नक्सलियों ने लेवी के लिए अपहरण कर लिया था। काफी मशक्कत के बाद उन्हें नक्सलियों (Naxals) के चंगुल से छुड़ाया गया था। इसके बाद, अब मदनपुर पंचायत की पूर्व मुखिया पीरी बाजार थाना क्षेत्र के खैरा गांव निवासी सरस्वती देवी के पति गोपाल पासवान को नक्सलियों ने लेवी (Levy) के लिए धमकी दी है।
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पासवान रेलवे में ठेकेदारी करते हैं। नक्सलियों ने उनसे मोटी रकम की मांग की है। बताया जा रहा है कि उनसे एक करोड़ की राशि मांगी गई है। जानकारी के अनुसार, नक्सली पुलिस वर्दी में गोपाल पासवान को खोजने भी पहुंचे थे। हालांकि, गोपाल पासवान गांव से बाहर हैं। लेकिन उनके परिवार के साथ-साथ पूरे गांव के लोग इस वजह से दहशत में हैं। गांव में नक्सलियों की धमकी के बाद पीड़ित परिवार ने डर के मारे अब तक मामला दर्ज नहीं करवाया है।