नक्सली बंद की आखिरी रात 3 अगस्त को पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि 3 अगस्त की देर रात नक्सली (Naxalites) रेलवे सुरंग को टारगेट कर सकते हैं।
बिहार (Bihar) के भागलपुर जंक्शन को उड़ाने के साथ-साथ नक्सलियों (Naxalites) ने रेलवे सुरंग को भी ध्वस्त करने की प्लानिंग की थी। हालांकि, नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके क्योंकि रेल पुलिस और जिला पुलिस को इसका इनपुट पहले ही मिल गया था। दरअसल, नक्सली बंद की आखिरी रात 3 अगस्त को पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि 3 अगस्त की देर रात नक्सली (Naxalites) रेलवे सुरंग को टारगेट कर सकते हैं।
इस सूचना के बाद रेल जिला और विशेष बल कई वाहनों के साथ रेलवे सुरंग के पास पहुंची। पूरी रात सुरक्षाबलों ने इलाके में गश्त की। अगर नक्सली जमालपुर रतनपुर स्टेशन के बीच स्थित रेलवे सुरंग को निशाना बनाने में कामयाब हो जाते तो ट्रेनों का परिचालन कई दिनों तक बंद हो जाता।
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साहिबगंज से क्यूल के बीच ट्रेनें नहीं चलती है इस रूट के लिए सुरंग के अलावा रेलवे के पास ट्रेनों के परिचालन के लिए कोई दूसरा ऑप्शन भी नहीं है। ऐसे में पुलिस ने समय रहते एक बड़ी वारदात को टाल दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 4 अगस्त को बरियारपुर के घोरघाट इलाके से पकड़े गए नक्सली नंदन मंडल ने कई अहम खुलासा किए हैं। पुलिस को नक्सलियों से कई अहम जानकारियां और मिली है। इस पर गुप्त तरीके से कार्रवाई चल रही है।
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बता दें कि नक्सली (Naxalites) 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मना रहे थे। इस दौरान एएसपी अभियान ने धरहरा प्रखंड से हार्डकोर नक्सली गणेश ठाकुर को पकड़ा था। इसके 4 दिन बाद हार्डकोर नक्सली नंदन मंडल की गिरफ्तारी के बाद मुंगेर पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट हो गई। दोनों से पुलिस को कई इनपुट भी मिले हैं। पुलिस लीड मानकर गुप्त रूप से कार्रवाई कर रही है। पुलिस अधिकारिक सूत्रों के अनुसार जल्द ही कुछ और नक्सली की गिरफ्तारी होगी।