26/11 आतंकी हमले (26/11 Terrorist Attack)की बरसी पर अमेरिका ने कहा कि वह भारत के साथ है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए दृढ़ है।
26/11 के आतंकी हमलों (26/11 Terrorist Attack) को लेकर अमेरिका में बड़ा कदम उठाया गया है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के 10 हमलावरों ने भारत के मुंबई में 26 नवंबर, 2008 से लेकर 29 नवंबर, 2008 तक एक के बाद एक सुनियोजित तरीके से कई हमलों को अंजाम दिया था। इसमें करीब 170 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में 6 अमेरिकी नागरिकों की मौत हो गई थी।
अमेरिका में इस हमले के आरोपियों के बारे में जानकारी देने के लिए 50 लाख डॉलर का इनाम रखा गया है। बता दें कि 26/11 आतंकी हमले (26/11 Terrorist Attack)की बरसी पर अमेरिका ने कहा कि वह भारत के साथ है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए दृढ़ है। साथ ही मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
भोपाल के इंजीनियर ने Army के लिए बनाया खास जेनरेटर, बेहद उंचाई वाले ठंडे इलाकों में भी करेगा काम
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की उप प्रवक्ता काल ब्राउन ने 25 नवंबर को कहा था, “न्याय के लिए इनाम योजना के जरिए हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि इस जघन्य हमले के सभी दोषियों को न्याय के दायरे में लाया जाए।”
रिवॉर्ड्स फॉर जस्टिस प्रोग्राम के बयान के मुताबिक, “इस जघन्य हमले के आरोपी अभी भी फरार हैं और जांच जारी है। यह इनाम उन लोगों को भी दिया जा सकता है जो इस आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार हैं। डेविड कोलमन हेडली और तहव्वुर राणा को अमेरिका की फेडरल कोर्ट में LeT का समर्थन करने के लिए पेश किया गया।” बयान में साजिद मीर, मेजर इकबाल, अब कहाफा और मजहर इकबाल को अमेरिकी कोर्ट में पेश किए जाने की बात भी कही गई है।
जम्मू कश्मीर: सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, 2 जवान शहीद
बता दें कि जनवरी, 2013 में अमेरिकी नागरिक हेडली को मुंबई हमले और डेनमार्क में प्लान किए गए हमले से जुड़े एक दर्जन अपराधों के लिए 35 साल जेल की सजा दी गई है। मार्च, 2010 में 12 अपराधों में उसे दोषी पाया गया। इसमें अमेरिकी नागरिकों की हत्या में शामिल होने का मामला भी शामिल है।
ये भी देखें-
हेडली को भारत में हमले की साजिश, भारत में हत्या की साजिश, आतंकवाद के समर्थन के लिए मटीरियल पहुंचाने और LeT को मटीरियल पहुंचाने का दोषी पाया गया था। वहीं, जून, 2011 में तहव्वुर राणा को डेनमार्क के अखबार के खिलाफ आतंकवादी हमले की साजिश में शामिल होने का दोषी पाय गया था।