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Independence Day 2019: जांबाज सैनिक वीरता पुरस्कारों से सम्मानित, जानिए इनके बारे में

प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को राष्ट्रपति के द्वारा वीरता पुरस्कार दिया जाता है।

Independence Day 2019: हिंदुस्तान अपना 73वां स्वतंत्रता दिवस बड़े शान के साथ मना रहा है। प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को राष्ट्रपति के द्वारा वीरता पुरस्कार दिया जाता है। सैन्य कर्मियों को उनकी असाधारण बहादुरी के लिए वीरता पुरस्कार दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों में परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र का नाम शामिल हैं। इस वर्ष एयरफोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा। आठ आर्मी पर्सनल को शौर्य चक्र से सम्मानित किया रहा है। इनमें पांच को मरणोपरांत सम्मानित किया जा रहा।

भारतीय वायुसेना की ही स्क्वैड्रन लीडर मिनटी अग्रवाल को युद्ध सेवा मेडल देने का ऐलान किया गया। मिनटी ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना के साथ संघर्ष के दौरान फाइटर कंट्रोलर की भूमिका में थी। इसके अलावा जिन्हें सम्मानित किया जा रहा है उनमें सिपाही  प्रकाश जाधव हैं। इन्हें मरणोपरांत कीर्ति चक्र से नवाजा जा रहा है।  नवंबर, 2018 में कुलगाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में ये शहीद हो गए थे। वहीं सीआरपीएफ कमांडेंट हर्षपाल सिंह को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जा रहा है। वीरता पुरस्कारों के तहत छह सम्मान दिए जाते हैं। ये वरीयता क्रम में क्रमशः परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र होते हैं।

परम वीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र से युद्ध काल में सर्वोच्च बलिदान के लिए नवाजा जाता है जबकि अशोक चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र शांति काल में सर्वोच्च सेवा और बलिदान के लिए दिया जाता है। इन वीरता पुरस्कारों की घोषणा वर्ष में दो बार- गणतंत्र दिवस के अवसर पर और फिर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर होती है। प्रत्येक वर्ष कुछ अन्य रक्षा प्रतिष्ठित सेना पुरस्कारों के साथ वीरता पुरस्कार देने के लिए राष्ट्रपति भवन में अलंकरण समारोह का आयोजन किया जाता है। राष्ट्रपति इस समारोह में पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं अथवा उनके निकट संबंधियों (एनओके) को पुरस्कार प्रदान करते हैं। हालांकि, परम वीर चक्र और अशोक चक्र के मामले में ऐसा नहीं होता है। राष्ट्रपति ये दोनों पुरस्कार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं अथवा उनके निकट संबंधियों को प्रदान करते हैं।

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