भारत ने आज के ही दिन 2016 में स्वदेशी आरएलवी (RLV-TD) यानी पुन: प्रयोग किए जा सकने वाले प्रक्षेपण यान के पहले प्रौद्योगिकी प्रदर्शन का आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफल प्रक्षेपण कर लिया। आरएलवी (RLV-TD) पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में उपग्रहों को प्रक्षेपित करने और फिर वापस वायुमंडल में प्रवेश करने में सक्षम है। यह पहली बार था, जब इसरो ने पंखों से युक्त किसी यान का प्रक्षेपण किया। यह यान बंगाल की खाड़ी में तट से लगभग 500 किलोमीटर की दूरी पर उतरा। हाइपरसोनिक उड़ान प्रयोग कहलाने वाले इस प्रयोग में उड़ान से लेकर वापस पानी में उतरने तक में लगभग 10 मिनट का समय लगा। आरएलवी-टीडी (RLV-TD) पुन: प्रयोग किए जा सकने वाले प्रक्षेपण यान का छोटा प्रारूप है।