26 अगस्त, 1910 में अल्बानिया के एक कृषक परिवार में इस छोटी-सी बच्ची का जन्म हुआ था। उसका नाम रखा गया एग्नेस। माता-पिता धार्मिक प्रवृत्ति के थे, इसलिए उसके दिल में भी धार्मिक भावनाएं जागृत होती रहीं।
वह बचपन में अपने माता-पिता के साथ अपने नगर के गिरजाघर में जाती तो उसे ऐसा प्रतीत होता कि कोई अज्ञात शक्ति उसे किसी महान् कार्य के लिए बुला रही है। क्रिश्चियन संस्थाओं से अनेक युवक-युवतियां विभिन्न देशों में सेवा कार्य के लिए अक्सर जाते रहते थे। एग्नेस के घर के आस-पास के कुछ लोग सेवा कार्य के लिए भारत में आए थे। उनके पत्र व्यवहार से इस बालिका एग्नेस को भी पता लगता रहता था कि वे लोग अच्छा काम कर रहे हैं और उस कार्य से उन्हें संतोष प्राप्त हो रहा है।