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Sagar Sarhadi: नहीं रहे हिंदी सिनेमा के मशहूर पटकथा लेखक सागर सरहदी, लिखी थी अमिताभ की ‘कभी-कभी’

Sagar Sarhadi

सागर सरहदी (Sagar Sarhadi) ने ही रंगमंच की दुनिया में फारूख शेख (Farooq Shaikh) और शबाना आजमी (Shabana Azmi) जैसे कलाकारों को मौका दिया था।

हिंदी सिनेमा के मशहूर पटकथा लेखक, संवाद लेखक और निर्देशक सागर सरहदी (Sagar Sarhadi) का 22 मार्च की सुबह मुंबई में निधन (Sagar Sarhadi Death) हो गया। वह 88 साल के थे। सागर लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। उन्हें हार्ट संबंधी बीमारी थी। सागर सरहदी को हार्ट प्रॉब्लम के कारण मुंबई के एक हॉस्पिटल में आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था।

उन्हें इससे पहले भी फरवरी, 2018 में हार्ट अटैक के बाद इसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जानकारी के मुताबिक, आखिरी वक्त में उन्होंने खाना पीना भी छोड़ दिया था।

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सागर सरहदी (Sagar Sarhadi) ‘कभी कभी’, ‘चांदनी’ और ‘सिलसिला’ जैसी सुपरहिट फिल्मों के लिए जाने जाते थे। सागर का नाम उन सितारों में शुमार था, जिन्होंने अपने दम पर अपने लिए एक अलग मुकाम बनाया था। सागर को बड़ा नाम यश चोपड़ा की फिल्म कभी कभी से मिला था। इस फिल्म में रेखा (Rekha) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan)  एक साथ नजर आए थे।

बता दें कि सागर ने नूरी, सिलसिला, चांदनी, रंग , जिंदगी, कर्मयोगी, कहो ना प्यार है, कारोबार, बाजार और चौसर सहित कई हिट फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी थी। सागर का असली नाम गंगा सागर तलवार था और उनका जन्म आज के पाकिस्तान के एबटाबाद में 1933 में हुआ था। वक्त के साथ सागर सरहदी का रुझान थिअटर की ओर हुआ और वह इप्टा से जुड़ गए।

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सागर सरहदी ने ही रंगमंच की दुनिया में फारूख शेख (Farooq Shaikh) और शबाना आजमी (Shabana Azmi) जैसे कलाकारों को मौका दिया था। हिंदी फिल्मों में स्क्रिप्ट राइटिंग में सागर सरहदी (Sagar Sarhadi) का नाम सबसे उम्दा लेखकों में लिया जाता था।

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फिल्म ‘बाजार’ से उन्होंने डायरेक्शन में डेब्यू किया था। इस फिल्म में स्मिता पाटिल (Smita Patil), फारुख शेख और नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) हैं। साल 1982 में रिलीज हुई ये फिल्म इंडियन क्लासिक मानी जाती है। वे इस फिल्म के निर्माता, निर्देशक और राइटर तीनों थे। सागर सरहदी ने फिल्मों के अलावा कई कहानियां और नाटक भी लिखे थे।