तीन नक्सलियों ने 28 अगस्त को विशाखापत्तनम में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पडेरु के डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस, राजकमल के समक्ष इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। 20 अगस्त को विशाखापत्तनम में जीके विधि मंडल के मंडापल्ली गांव के पास सुरक्षाबल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के बाद यह आत्मसमर्पण किया गया है। इससे पहले, 17 अगस्त को एक एरिया कमिटी मेंबर और एक डिविजन कमिटी मेंबर समेत तीन सीपीआइ (एम) नक्सलियों ने विशाखपत्तनम में सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में पहली बार नक्सल समस्या को लेकर बैठक की। इसमें नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए और राज्यों की सुरक्षा और विकास से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में जोर-शोर से नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। गृहमंत्री अमित शान ने 26 अगस्त को नक्सल समस्या से ग्रसित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी और स्थिति का जायजा लिया था। यह मीटिंग दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई। बैठक में उन्होंने नक्सल समस्या से निपटने के नए तरीकों पर भी चर्चा की थी।
इस दौरान उन्होंने अभियान में तेजी लाने वाले और नक्सल समस्या को जड़ से खत्म करने वाले प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (बिहार), नवीन पटनायक (ओडिशा), योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), कमलनाथ (मध्य प्रदेश), रघुबर दास (झारखंड) वाई एस जगनमोहन रेड्डी (आंध्र प्रदेश) और भूपेश बघेल (छत्तीसगढ़) ने हिस्सा लिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर, अर्जुन मुंडा और महेंद्र नाथ पांडेय भी बाद में बैठक में शामिल हुए और मुख्यमंत्रियों के साथ सड़क, दूरसंचार, कृषि और अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
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