कोरोना (Coronavirus) की महामारी से जूझ रहे भारत (India) के सामने चारों तरफ से मुसिबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। अभी तक भारत को उससे अलग हुआ पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) ही तंग करता था लेकिन अब चीन के इशारे पर नेपाल भी आंख दिखाने की हिमाकत कर रहा है। इधर चीन खुद डोकलाम और लद्दाख में भारत को तंग करने की कोई कसर नहीं छोड़ रहा। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के बाद अब संयुक्त राष्ट्र की इकाई फूड एंड एग्रीक्चरल ऑर्गेनाइजेशन (The Food and Agriculture Organization {FAO}) ने जम्मू–कश्मीर‚ लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश को अलग देश के रूप में प्रदर्शित किया है। इन तीनों को भारत का हिस्सा नहीं माना गया है। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जम्मू–कश्मीर (Jammu Kashmir) और अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) को भारत का हिस्सा तो माना‚ लेकिन इसको विवादित क्षेत्र मानकर अलग रखा हुआ है।
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हाल ही में लिपुलेक के समीप 80 किलोमीटर सड़क बनाने के कारण नेपाल (Nepal) ने गुस्से में नया नक्शा जारी करते हुए कालापानी‚ लिम्पियाधुरा और लिपुलेक को अपने भूभाग का हिस्सा दर्शाया है और आजकल लेह के पास गलवा नदी घाटी और पैंगोंग झील के पास चीनी सेना डटी है। यहां पर भारतीय सेना (Indian Army) बराबरी का डटकर मुकाबला कर रही है।
इन विवादों से फुर्सत नहीं मिली कि एफएओ (FAO) ने अपने नक्शे में भारत को चार हिस्सों में दिखाया हुआ है। एक तो शेष भारत है। दूसरा जम्मू और कश्मीर है। तीसरा अक्साई चीन है और चौथा अरुणाचल प्रदेश है। नक्शे में जम्मू और कश्मीर का जिक्र है‚ जबकि अक्साई चीन और अरुणाचल प्रदेश को शून्य दिखाया हुआ है।