पाकिस्तान से संबंधित एक जासूसी गिरोह को संवेदनशील जानकारी देने के मामले में हाल ही में नौसेना के सात कर्मचारियों की गिरफ्तारी की गई है। इसके बाद भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने जहाजों, नौसैनिक ठिकानों पर किसी भी प्रकार के स्मार्टफोन और सोशल नेटवर्किग प्लेटफॉर्म के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना जारी कर दी है।
भारतीय नौसेना (Indian Navy) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘जहाजों और नौसैनिक अड्डों पर अब फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और अन्य मैसेंजर्स समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा जहाजों और नौसैनिक अड्डों पर अब स्मार्टफोन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
खुफिया एजेंसियों ने 20 दिसंबर को पाकिस्तान से संबद्ध एक जासूसी रैकेट का भंडाफोड़ किया था और भारतीय नौसेना (Indian Navy) के सात अधिकारियों तथा एक हवाला संचालक को गिरफ्तार किया गया था। मुंबई, करवार और विशाखापत्तनम में नौसेना के इन सात अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर जंगी जहाजों और पनडुब्बियों की गतिविधियों के बारे में पाकिस्तान को जानकारी देने पर भारत की संवेदनशील संपत्तियों के सुरक्षा तंत्र में कमी दिखी थी।
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पाकिस्तान द्वारा संचालित गिरोह का भंडाफोड़ करने वाली खुफिया एजेंसियों ने कहा, ‘विशाखापत्तनम से तीन, करवार से दो और मुंबई से दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया।’ एजेंसियों ने कहा, ‘‘कुछ और संदिग्धों से पूछताछ चल रही है।
जासूसी के गिरोह का मामला अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के पास पहुंच गया है। इस मामले के तहत नौसेना (Indian Navy) के सात अधिकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को संवेदनशील जानकारी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, यह मामला आंध्र प्रदेश पुलिस के पास था और अब गृह मंत्रालय ने इसे एनआईए को सौंप दिया है।
भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने हालांकि कहा कि उसकी सभी संपत्तियां सुरक्षित हैं और उन्हें कोई खतरा नहीं है। इससे पहले नौसेना ने कहा, नौसेना की खुफिया एजेंसियों तथा केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने संयुक्त अभियान के तहत नौसेना (Indian Navy) के कुछ जूनियर अधिकारियों को गिरफ्तार किया था।