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BRICS Summit: बिना नाम लिये पाक के खिलाफ जमकर बरसे मोदी, ‘आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों का हो वैश्विक विरोध’- प्रधानमंत्री

Prime Minister Narendra Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आतंकवाद को विश्व के समक्ष सबसे बड़ी समस्या बताया और संगठित तरीके से इसका मुकाबला करने का आह्वान करते हुए इसका समर्थन कर रहे देशों को जवाबदेह ठहराए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।

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प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ब्रिक्स (ब्राजील‚ रूस‚ भारत‚ चीन‚ दक्षिण अफ्रीका) देशों के शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और आईएमएफ तथा डब्ल्यूटीओ जैसे संगठनों में सुधार की आवश्यकता जताई। मोदी ने कहा कि हमारे देश ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत एक व्यापक सुधार प्रक्रिया शुरू की है और यह अभियान इस विश्वास पर आधारित है कि एक ‘आत्मनिर्भर और लचीला’ भारत कोरोना वायरस महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए ‘फोर्स मल्टीप्लायर’ हो सकता है और वैश्विक आपूर्ति चेन में एक मजबूत योगदान दे सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के मुताबिक, इसका उदाहरण हमने कोविड-19 के दौरान भी देखा‚ जब भारतीय फार्मा उद्योग की क्षमता के कारण हम 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाइयां भेज पाए। हमारी वैक्सीन उत्पादन और डिलीवरी क्षमता भी इस तरह मानवता के हित में काम आएगी।

मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि 2021 में ब्रिक्स के 15 वर्ष पूरे हो जाएंगे और जब भारत इसकी अध्यक्षता करेगा‚ तब ब्रिक्स के तीनों स्तंभों में इंट्रा–ब्रिक्स सहयोग को मजबूत करने का प्रयत्न किया जाएगा। बैठक में अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए भारत को अध्यक्षता सौंपी जाएगी। भारत 2021 में होने वाले 13वें ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इससे पहले भारत ने 2012 और 2016 में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की है।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग‚ ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी इस बैठक में शामिल होना प्रस्तावित है। ब्रिक्स देशों का यह सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है‚ जब इसके दो प्रमुख सदस्य देशों भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा पर छह महीने पहले हुई एक हिंसक झड़प के बाद गतिरोध बरकरार है।