झारखंड के हजारीबाग शहर में नक्सली संगठन पीएलएफआई (PLFI) ने एक निजी कंपनी के जनरल मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी। मरने वाले शख्स का नाम गोपाल सिंह है, जो हजारीबाग त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम के पद पर पिछले दो साल से कार्यरत थे।
ये पूरी घटना बुधवार रात 9 बजे के आस-पास की है। मृतक गोपाल सिंह रात को सदर थाना स्थित जुलू पार्क में अकेले ही किसी से मिलने गए थे। रास्ते में लौटते वक्त अज्ञात बंदूक-धारियों ने उनको गोली मार दी। ग्रामीणों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल गोपाल सिंह को नजदीकी अस्पताल लेकर गई, लेकिन डॉक्टरों ने उनको को मृत घोषित कर दिया।
इस घटना की जिम्मेदारी कुख्यात नक्सली संगठन पीएलएफआई (PLFI) ने ली है। पीएलएफआई (PLFI) सुप्रीमो ने इस घटना के बाद एक पत्र जारी करके इस घटना की जिम्मेदारी ली है।
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क्या लिखा है पत्र में?
पत्रकार महोदय,
पत्र के द्वारा आप को सूचित किया जाता है कि हजारीबाग त्रिवेणी कंपनी के जीएम गोपाल सिंह की हत्या की जिम्मेवारी संगठन लेता है। हत्या का कारण गरीब किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा, खेती पर बुलडोजर चलवाना, बाहरी लोगों को नौकरी पर लगाना, संगठन के नाम से करोड़ों कंपनी से वसूली और पार्टी सुप्रीमो को धमकी दिया था 1 महीने के अंदर मारने का। जब-जब आम जनता, गरीब-गुरबों पर अन्याय-अत्याचार होगा, तब-तब जनता का रक्षक बन के कोई आता है।
पार्टी सुप्रीमो
दिनेश गोप
गौरतलब है कि मृतक गोपाल सिंह की कंपनी बड़कागांव स्थित एनटीपीसी के कोल प्रोजेक्ट में आउटसोर्सिंग का काम करती है। जिसके तहत एनटीपीसी के कोल खदान से कोयला की ढुलाई होती है। जिसके कारण कई बार हजारीबाग त्रिवेणी कंपनी के अधिकारियों को नक्सलियों ने मारने-धन उगाही की धमकी दी थी। जिसकी शिकायत प्रशासन से करने के बाद जीएम गोपाल सिंह को पुलिस सुरक्षा दी गई थी। बावजूद इसके गोपाल सिंह खुद अपने बॉडीगार्ड के साथ ही कहीं आया-जाया करते थे। हालांकि घटना के वक्त उनका अकेले होना भी पुलिस के लिए एक पहली बना हुआ है। पुलिस ने घटनास्थल से हत्या में इस्तेमाल हुई पिस्टल बरामद करके आरोपियों की धड़-पकड़ शुरू कर दिया है।