पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन से बिगड़े हालात के बीच पाकिस्तानी सेना (Pak Army) व पाकिस्तानी रेंजर्स अपने स्पेशल सर्विस ग्रुप कमांडोज की मदद से भारी तादाद में आतंकी घुसपैठ कराने की कोशिश में है। आतंकी (Militants) दस्तों की घुसपैठ के लिए पाकिस्तानी सेना (Pak Army) व रेंजर्स अपनी कुख्यात बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के जरिए नियंत्रण रेखा पर लगातार अग्रिम चौकियों पर तैनात जवानों को निशाना बना रही है। हालांकि भारतीय सेना (Indian Army) तथा बीएसएफ हाई अलर्ट पर हैं। जिसके कारण फिलहाल आतंकी घुसपैठ की हर कोशिश विफल हो रही है।
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सूत्रों का कहना है कि नियंत्रण रेखा (LaC) व भारत–पाक सीमा के उस-पार पाकिस्तान की दिशा में मौजूद लांचिंग पैड्स पर करीब 400 आंतकी (Militants) मौजूद हैं। इनमें जैश–ए–मोहम्मद‚ लश्कर–ए–तय्यबा तथा अल–बदर आदि आतंकी संगठनों के बताए गए हैं। इनमें बड़ी संख्या उन आतंकियों की है जो कि अफगानिस्तान में चल रहे आतंकी–ट्रेनिंग कैंप से प्रशिक्षण लेकर लौटे हैं।
सूत्रों के मुताबिक ये आतंकी दस्ते उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के गुरेज‚ मछल‚ नौगाम सेक्टरों के अलावा जुड़वा जिले राजौरी व पुंछ के बिंबर गली‚ कृष्णाघाटी‚ नौशहरा‚ अखनूर आदि सेक्टरों के पार मौजूद हैं। वहीं भारत–पाक सीमा के सांबा व हीरानगर सेक्टर के पार पाकिस्तान की दिशा में शक्करगढ इलाके में बने लांचिंग पैड्स पर आतंकी (Militants) दस्ते मूवमेंट करते देखे गए हैं। हालांकि अपुष्ट जानकारी ये भी मिल रही है कि करगिल के द्रास सेक्टर के पार पाकिस्तान ने करगिल युद्ध के बाद अब फिर एक अरसे से आतंकियों की मूवमेंट शुरू कर दी है। जिसे लेकर सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां पूरी तरह सतर्क बताई गई हैं। द्रास सेक्टर के पार पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों (Militants) के लिए लांचिंग पैड्स बनाए हैं।
आतंकी (Militants) घुसपैठ में चीन भी कर रहा पाक की मदद
सूत्रों का कहना है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी विवाद के बीच अब पाकिस्तान चीन की मदद से कश्मीर मुद्दे को सुलगाने के लिए बड़े आतंकी हमलों की साजिश लगातार बुन रहा है। जिसमें वह अपनी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप कमांडोज की भी मदद ले रहा है। पाकिस्तानी सेना के एसएसजी कमांडोज महत्वपूर्ण–मिशन में ही लगाए जाते हैं। पाकिस्तानी सेना (Pak Army) अपने प्रशिक्षित कमांडोज का इस्तेमाल अपरंपरागत–युद्ध में करती है।
जम्मू–कश्मीर से आर्टिकल 370 व 35ए को खत्म किए जाने के बाद से पाकिस्तान लगातार बौखलाया हुआ है। बल्कि इन आर्टिकल के खत्म किए जाने और जम्मू–कश्मीर को पुनर्गठित कर जम्मू–कश्मीर व लद्दाख को दो अलग अलग संघशासित प्रदेश बनाए जाने के कारण चीन के भी पेट में दर्द हुआ है। इसलिए चीन और पाकिस्तान दोनों आतंकवाद के जरिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौतियां खड़ी करने की फिराक में हैं। लेकिन नियंत्रण रेखा व भारत–पाक सीमा पर मुस्तैद सेना (Indian Army) व बीएसएफ के जवान तथा अफसर सरहद पार की हर साजिश को नेस्तनाबूद करने में लगे हैं।
हालांकि पिछले एक अरसे में सरहद पर भारतीय जांबाज जवानों को शहादतें भी देनी पड़ रही हैं। ऐसे में उम्मीद ये की जा रही है कि आने वाला सर्दियों का ये मौसम सुरक्षाबलों के लिए और कड़ी चुनौतियों भरे हो सकते हैं।