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Pulwama Attack: हमले के लिए क्यों चुनी गई थी वही जगह? गिरफ्तार शाकिर माग्रे ने किए कई बड़े खुलासे

पुलवामा हमले (Pulwama Attack) को फरवरी के पहले सप्ताह में अंजाम दिया जाना था। इसके लिए पूरी तैयारी भी हो चुकी थी। लेकिन मौसम ठीक नहीं होने की वजह से इसे दूसरे सप्ताह के लिए टाल दिया गया था। पुलवामा हमले (Pulwama Attack) को लेकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शाकिर बशीर माग्रे ने एनआईए (NIA) की पूछताछ में यह खुलासा किया है।

Pulwama Attack: हमले के लिए क्यों चुनी गई थी वही जगह?

फरवरी के पहले सप्ताह में ही हो गई थी हमले की तैयारी: बशीर को एनआईए (NIA) ने 28 फरवरी को गिरफ्तार किया था। एनआईए की इस पूछताछ में यह भी पता चला है कि आतंकवादियों ने फरवरी के पहले सप्ताह में ही हमले (Pulwama Attack) के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। लेकिन मौसम की स्थिति को देखते हुए हमले को स्थगित कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों को हमला करने के लिए फिर से जम्मू-कश्मीर पर सीआरपीएफ के काफिले को गुजरने तक इंतजार करना पड़ा।

सब कुछ जानता था शाकिर माग्रे: एक अधिकारी ने कहा, ‘शाकिर माग्रे द्वारा किए गए खुलासे महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वह गिरफ्तार होने वाला पहला व्यक्ति था जो बम की व्यवस्था करने, उसे फिट करने में मदद करने और अहमद डार को आश्रय देने से लेकर योजना बनाने तक सब कुछ जानता था। इससे यह भी स्पष्ट रूप से पता चलता है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह ने काफिले को कैसे निशाना बनाया। अब हम पुलवामा हमले में चार्जशीट दायर कर सकेंगे।’

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अक्टूबर, 2018 से ही शुरू हो गई थी हमले की प्लानिंग: पुलवामा हमले (Pulwama Attack) में सुसाइड बॉम्बर आदिल अहमद डार ने खुद को उड़ा लिया था। अधिकारियों के अनुसार, माग्रे ने एनआईए (NIA) की पूछताछ में बताया कि हमले के बारे में अक्टूबर, 2018 से ही प्लानिंग होने लगी थी। पहली बार इस पर चर्चा जून, 2018 में हुई थी। पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूक को हमले (Pulwama Attack) को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी गई थी, जबकि जैश के एरिया कमांडर मुदस्सिर खान ने पूरी योजना की देखरेख की थी।

हमले के लिए केयों चुनी गई थी वही जगह: हमले वाली जगह को लेकर भी फैसला कर लिया गया था। इस स्थान पर आतंकियों ने इसलिए हमला किया, क्योंकि यहां से नेशनल हाईवे थोड़ा छोटा हो जाता है। इस वजह से सीआरपीएफ काफिले को अपनी गति कम करनी होगी। पूछताछ में माग्रे ने एनआईए (NIA) को बताया कि लगभग 50 किलोग्राम विस्फोटक के साथ एक शक्तिशाली आईईडी उमर फारूक, कामरान, डार आदि ने फरवरी के पहले सप्ताह में एक मारुति ईको कार में फिट किया था।

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p style=”text-align: justify;”> माग्रे ने बदली थी कार की नंबर प्लेट: अधिकारी ने कहा कि माग्रे वह शख्स था, जिसने कार में बदलाव किए थे। उसने नंबर प्लेट बदल दी थी। वहीं, विस्फोटक का इंतजाम जैश आतंकियों ने पाकिस्तान से किया था। इसके अलावा बैटरी, ग्लव्स और अमोनियम पाउडर इंटरनेट से मंगाए गए थे। बता दें कि 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला (Pulwama Attack) हुआ था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।