छत्तीसगढ़ में पुलिस ने एक इनामी सहित दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। साल 2006 में बिजली टॉवर गिराकर बस्तर के छह जिलों को अंधेरे में डालने वाला जनमिलिशिया कमांडर 26 जून को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। सरकार की ओर से उस पर एक लाख रूपए का इनाम घोषित है। गिरफ्तार नक्सली कमांडर के साथ एक सदस्य को भी पुलिस ने बारसूर के बोदली जंगल से गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, बारसूर थाना के बोदली गांव के पास नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर पुलिस की टीम सर्चिंग के लिए रवाना हुई थी। अधिकारियों के अनुसार, डीआरजी, जिला बल और एसटीएफ की संयुक्त पार्टी जब बोदली गांव के पास पहुंची तो उन्हें देखकर दो संदिग्ध जंगल में छिपने लगे। जिन्हें जवानों ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
इनकी पहचान पटेलपारा बोदली के सकरू मंडावी के रूप में हुई। जो कि पुलिस रिकार्ड में जनमिलिशिया कमांडर है। इसके साथ एक और जनमिलिशिया सदस्य गांडाराम को भी गिरफ्तार किया गया। जिन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक सकरू मंडावी पर आधा दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें से 24 फरवरी, 2006 को बस्तर संभाग में ब्लैक आउट करने की वारदात प्रमुख है। सकरू और उसके साथियों ने मिलकर बोदली गांव के पास 220 केवी बिजली टॉवर को विस्फोट कर गिरा दिया था। इससे नारायणपुर, कोंडागांव, जगदलपुर, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा मे एक पखवाड़े तक बिजली नहीं रही।
इसके अलावा मालेवाही गांव में सलवा जुडूम के नेता फागुराम की हत्या, टेटम गांव और बोदली जंगल में सुरक्षाबलों पर हमला, पिच्चीकोडेर, हर्राकोडेर और एरपुंड में शासकीय भवन को क्षतिग्रस्त करने जैसे कई मामले शामिल हैं। नक्सली सकरू के खिलाफ न्यायालय से सात वारंट जारी थे। वहीं, जनमिलिशिया सदस्य गांडाराम इसी साल 5 जनवरी को कमालवाही- बोदली सड़क निर्माण में लगे वाहनों की आगजनी जैसे अन्य वारदातों में शामिल था। दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के अनुसार, 26 जून को बारसूर थाना क्षेत्र से दो नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई। इनमें एक जनमिलिशिया कमांडर 2006 में हुए ब्लैक आउट का आरोपी है। उस पर एक लाख रूपए का इनाम था।
पढ़ें: ‘बोफोर्स’ तोप से उड़ा दी थी कांग्रेस की सरकार, ‘मंडल’ से मचा दिया देश में हाहाकार