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जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में हिरासत में रखे गए नेताओं से 11 मोबाइल बरामद
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श्रीनगर में एमएलए हॉस्टल में नजरबंद हैं ये सभी नेता
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मोबाइल फोन इनके पास कैसे पहुंचे, इसकी पुलिस कर रही जांच
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कुछ कश्मीरी नेताओं को घर जाने की अनुमति
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कुछ नेताओं को रिहा करने पर प्रशासन कर रहा विचार
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) का विशेष दर्जा पांच अगस्त को खत्म करने की घोषणा के बाद से श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल में हिरासत में रखे गये मुख्यधारा के कई नेताओं के पास से 11 मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं। शनिवार शाम को पुलिस तलाशी अभियान चलाया गया। दरअसल, इस बारे में खुफिया सूचना थी कि एमएलए हॉस्टल में रखे गये लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस हॉस्टल को उप-कारागार में तब्दील कर दिया गया है। इस तलाशी अभियान के दौरान एमएलए हॉस्टल से 11 मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं। इस बरामदगी के बाद से पूरा पुलिस महकमा जांच में जुटा है कि इनके पास ये मोबाइल फोन कैसे पहुंच गये।
इतिहास में आज का दिन – 25 नवंबर
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को रद्द करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के पांच अगस्त के केंद्र के फैसले के बाद से करीब तीन दर्जन नेताओं को हिरासत में लिया गया है। इन नेताओं को यहां एम ए रोड के पास एमएलए हॉस्टल में रखा गया है। इन नेताओं को पिछले हफ्ते सेंटूर होटल से यहां लाया गया है क्योंकि कश्मीर घाटी में सर्दियां बढ़ने के चलते वहां सुविधाओं की कमी हो गई थी।
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) पुलिस के अनुसार, हिरासत में रखे गए कुछ कश्मीरी नेताओं को जल्द रिहा किया जाएगा। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का प्रशासन पहले ही उनके आने-जाने पर लगी पाबंदियों में ढील दे चुका है। इसके तहत कई राजनीतिक पार्टियों के चार नेताओं को उनके अनुरोध पर शनिवार को कुछ घंटे के लिए घर जाने की अनुमति दी गई। साथ ही घर में ही नजरबंद रखे गए कुछ नेताओं को चिकित्सा आधार पर घाटी से बाहर जाने की अनुमति दी जा सकती है। घाटी के मौजूदा हालात को देखते हुए विधायक छात्रावास में हिरासत में रखे गए कुछ लोगों को रिहा किए जाने की संभावना है, लेकिन इसकी अंतिम रूप रेखा केंद्र शासित प्रदेश का प्रशासन केंद्र सरकार के साथ मिलकर तय करेगा।
हिरासत में लिए गए नेताओं में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। फारूक अब्दुल्ला को जन सुरक्षा कानून के तहत 17 सितंबर को हिरासत में लिया गया था। इसी बीच हिरासत में लिए गए 34 नेताओं को सेंटूर होटल से 18 नवम्बर को विधायक होस्टल में स्थानांतरित किया गया।