भूस्खलन (Landslide) के अलावा बाढ़ (Maharashtra Flood) के पानी में बह जाने के कारण भी कई लोगों की मौत हो गई। ज्यादातर मौतें रायगढ़ और सतारा जिलों से हुई हैं।
महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कहर के बीच राहत और बचाव का काम तेजी से जारी है। बारिश से बने बाढ़ (Maharashtra Flood) के हालात और भूस्खलन (Landslide) की वजह से 136 लोगों की मौत हो गई है। महाराष्ट्र के तटीय रायगढ़ जिले में तलाई गांव के नजदीक भारी बारिश की वजह से हुई भूस्खलन होने के कारण अबतक 49 लोगों की मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि भूस्खलन की इस घटना में अब भी 47 लोग लापता हैं और 12 घायलों का अस्पताल में इलाज हो रहा है। मलबे में फंसे लोगों की जिंदगी को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है।
हिमाचल प्रदेश के इस जवान ने नक्सलियों से लिया था लोहा, बहादुरी के लिए मिला सेना मेडल
माना जा रहा है कि मौत के आंकड़ों में अभी और इजाफा होगा। वहीं, पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो बारिश की वजह से दो दिनों में अब तक 136 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं।
भूस्खलन के अलावा बाढ़ (Maharashtra Flood) के पानी में बह जाने के कारण भी कई लोगों की मौत हो गई। ज्यादातर मौतें रायगढ़ और सतारा जिलों से हुई हैं। इस बीच देश के मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 23 जुलाई की शाम सतारा जिले के लिए नया रेड अलर्ट जारी कर अगले 24 घंटे में जिले के पर्वतीय घाट इलाके में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
ये भी देखें-
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), स्थानीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की टीमें राहत एवं बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। बारिश के बाद बनी भयावह स्थिति से निपटने के लिए सेना (Army) और नौसेना (Navy) ने मोर्चा संभाल लिया है। एक डिफेंस रिलीज में कहा गया कि पुणे स्थित मिलिट्री स्टेशन और बम्बई इंजीनियर ग्रुप की 15 टीमों को राहत और बचाव कार्य में तैनात किया गया है।