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Lok Sabha Election 2019: दूसरे चरण में कुल 61.12% फीसदी मतदान

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 11 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 95 सीटों पर मतदान संपन्‍न हो गया। इस चरण में कुल 61.12% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव आयोग की सूचना के अनुसार असम में 73.32%, बिहार में 58.14 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 68.70%, जम्‍मू-कश्‍मीर में 43.37%, कर्नाटक में 61.80%, महाराष्‍ट्र में 55.37%, मणिपुर में 74.69%, ओडिशा में 57.41%, पुद्दुचेरी में 72.40%, तमिलनाडु में 61.52%, उत्तर प्रदेश में 58.12% और पश्चिम बंगाल में 75.27 फीसदी वोटिंग हुई।

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 8, तमिलनाडु की 38, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 10, असम, बिहार और ओडिशा की पांच-पांच, छत्तीसगढ़ तथा पश्चिम बंगाल की तीन-तीन, जम्मू कश्मीर की दो और मणिपुर एवं पुडुचेरी की एक-एक सीटों पर मतदान हुआ। चुनाव आयोग ने चुनाव के पुख्ते इंतजाम कर रखे थे। प्रशासन भी पूरी मुस्तैदी से शांतिपूर्ण मतदान कराने में लगा रहा। बावजूद इसके कई जगहों से छिट-पुट हिंसा की खबरें आईं। पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं।

बंगाल के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। सीपीएम उम्मीदवार मोहम्मद सलीम की कार पर हमला करके पत्थर फेंके गए, वह रायगंज लोकसभा सीट के पाटागारा पोलिंग बूथ पर चुनाव डालने जा रहे थे। इसी संसदीय सीट के गिरपार बूथ पर भी हिंसा की ख़बरें आईं, यहां पर मतदाताओं ने नेशनल हाइवे-34 को जाम कर दिया था। उनका दावा था कि अज्ञात बदमाश उन्हें वोट नहीं डालने दे रहे, पुलिस को उन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। दार्जिलिंग से भी हिंसा की खबर आई। इस सीट के अंतर्गत चोपड़ा में लोगों के एक समूह ने नेशनल हाइवे को जाम कर दिया।

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उनका ये दावा था कि उन्हें वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। फिर पुलिस ने लाठीजार्च किया, आंसू गैस के गोले छोड़े और आखिरकार भीड़ को हटाने के लिए हवा में फायरिंग भी करनी पड़ी। वहीं चोपड़ा में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में एक ईवीएम भी तोड़ दी गई। उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में ही कुछ अज्ञात लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया और बम फेंके, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।

बिहार के बांका के शंभूगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत रामचुहा गांव में पुलिस और जनता के बीच झड़प की खबर आई। हुआ ये कि पुलिस द्वारा एक महिला वोटर का हाथ पकड़ लिया गया, जिस पर लोग भड़क गए। इसके बाद स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस द्वारा 10 राउंड फायरिंग की गई। फायरिंग से मची भगदड़ में दो लोग घायल भी हो गए। चुनाव आयोग ने बांका संसदीय क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाके में किसी भी संदिग्ध परिस्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए गए थे। उधर, बिहार के ही पूर्णिया में पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिसमें सवार बीएमपी जवान के घायल होने की खबर है।

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उधर, तमिलनाडु के इरोड ज़िले में एक मतदाता की मौत हो गई। 63 वर्षीय मुरुगेसन वोट डालने के बाद पोलिंग बूथ पर ही बेहोश हो गए, बाद में डॉक्टरों के पास लाया गया, जांच के उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उधर, ओडिशा के आसका लोकसभा क्षेत्र में भी वोट डालने के लिए कतार में खड़े वृद्ध की मौत हो गई। 95 साल के नटवर बेहरा परिजनों की मदद से पोलिंग बूथ पहुंचे। तेज धूप होने के कारण वे कतार में ही गिर पड़े और दम तोड़ दिया। वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने परिजनों की मदद की।

वहीं, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से बीजेपी के उम्मीदवार भोला सिंह के मतदान केंद्रों में जाने पर रोक लगानी पड़ गई। भोला सिंह पर मतदान के दौरान पार्टी का पट्टा पहनकर जाने और सुरक्षाकर्मी से बहस करने के चलते ये कार्रवाई की गई थी। डीएम अभय सिंह ने भाजपा प्रत्याशी भोला सिंह को नोटिस भी जारी किया। यही नहीं इन्हें नज़रबंद भी कर दिया गया था। इन पर नियम तोड़ने का आरोप था। जानकारी के मुताबिक भोला सिंह पोलिंग बूथ के भीतर लोगों से मिले और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई, इस मामले में उनको नोटिस भी जारी किया गया है।

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