Hindi News (हिंदी समाचार), News in Hindi, Latest News In Hindi

झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता, खूंटी से गिरफ्तार हुए 5 नक्सली

खूंटी जिले के मरंगहादा थाना क्षेत्र के ओमटो गांव में भाकपा माओवादी के पांच सक्रिय नक्सलियों को पुलिस ने 12 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया।

झारखंड में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। राज्य के खूंटी जिले के मरंगहादा थाना क्षेत्र के ओमटो गांव में भाकपा माओवादी के पांच सक्रिय नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक देसी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस, 15 मोबाइल चार्जर, अपाची बाइक और भाकपा माओवादी का बैनर बरामद किया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें भाकपा माओवादी के कुछ नक्सलियों के ओमटो गांव में मौजूदगी की सूचना मिली थी। जिसके बाद खूंटी के एसडीपीओ आशीष कुमार महली के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया।

टीम ने 12 जुलाई को ओमटो में छापेमारी की और भाकपा माओवादी के नक्सली ओमटो गांव के रहने वाले सुखदेव मुंडा उर्फ मंगरा मुंडा, मारंगहादा के सयमीर नाग उर्फ बिरसा नाग और करम सिह नाग उर्फ सोमा नाग, पीड़ीहातू के रहने वाले कंदरा मुंडा उर्फ गाजा और सालेहातू के नारदे मुंडा उर्फ हाका उर्फ बुधराम उर्फ बुधुवा को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार नक्सलियों ने पारा टीचर सनिका मुंडा पर जानलेवा हमला सहित कई अन्य नक्सली घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इससे पहले चाईबासा पुलिस ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। ये दोनों गिरफ्तार नक्सली लंबे समय से जिले के नक्सल प्रभावित सारंडा इलाके में सक्रिय थे।

पढ़ें: प्रकाश मेहरा अमिताभ बच्चन को बुलाते थे ‘लल्ला’, इन 5 फिल्मों ने चमका दिया उनका करियर

गिरफ्तार नक्सलियों के नाम कृष्णा केराई और बेड़ेगा सिरका बताया जा रहा है। इनके पास से पुलिस ने हथियार भी बरामद किए हैं। फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, चाईबासा के पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के दोनों सक्रिय सदस्य नये कैडर की नियुक्ति के सिलसिले में गुवा इलाके में आए हुए हैं। इस सूचना के आधार पर सीआरपीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

उनके पास से स्टेनगन, दो मैग्जीन और पांच गोलियों के साथ 303 बोर की राइफल, एक मोटरसाइकिल और एक छोटा मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, दोनों नक्सलियों के खिलाफ चाईबासा जिले के अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों नक्सली संदीप दा दस्ता के हैं। संदीप की गिरफ्तारी के बाद से दोनों मोछू के साथ काम कर रहे थे। कृष्णा पर सात और बेड़ेगा पर दो मामले दर्ज हैं। पूछताछ में दोनों ने गुवा से रोआम तक सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों को जलाने, रूपेश चंद्र गोप की हत्या करने, सड़क पर आईईडी लगाने की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।

पढ़ें: ‘घातक कमांडो’ से कांपते हैं आतंकी, सेना के इस प्लाटून ने अब तक कई ऑपरेशंस किए